फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज, बरेली। शहर से लेकर देहात तक होली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। लोग होली के गीतों पर जमकर थिरके और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। होली का त्योहार शहर भर मे धूमधाम से मनाया गया। हर तरफ होली का उल्लास छाया रहा। लोग होली के गीतों पर जमकर थिरके और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। गुरुवार की रात शुभ मुहूर्त मे होलिका दहन किया गया। इसके बाद होली का खुमार शहर के लोगों पर छा गया। शुक्रवार को शहर के लोगों ने जमकर होली खेली। अबीर-गुलाल और रंगों की बौछार से सब लोग रंगे नजर आए। शहर के पॉश इलाके राजेंद्रनगर व डीडीपुरम, रामपुर गार्डन मे लोगों ने अपने घरों मे जमकर होली का जश्न मनाया। शहर भर मे युवाओं की टोलियां डीजे पर बज रहे होली के गीतों पर जमकर थिरकी। ट्यूलिप ग्रांड मे होलिका दहन व फूलों की होली खेली गई। वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने सोसाइटी में पहुंचकर शुभकामनाएं दी। वही भारत सेवा ट्रस्ट के कार्यालय पर होली खेली गई। झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने रंग लगाकर होली की बधाई दी। कालीबाड़ी, गंगापुर, सुभाषनगर, नकेपुर, श्यामगंज, चाहबाई, गुलाब नगर, शाहबाद, कोहाड़ापीर, प्रेमनगर समेत अन्य इलाकों मे जमकर होली खेली गई। रिठौरा कस्बे मे होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। कस्बे मे निकाली गई। रंगयात्रा मे शामिल हुरियारों की कई मोहल्लों मे स्थानीय लोगों से मोर्चाबंदी हुई। इस दौरान जमकर अबीर-गुलाल उड़ा। बहेड़ी मे होली पर रंग खेलने के बाद परंपरागत रूप से होलिका दहन करने के बाद आखत डाले गए। इसके बाद नए कपड़े पहनकर लोग एक-दूसरे के यहां होली मिलने पहुंचे। गले मिलकर होली की बधाई दी। होली पर कई जगह रंगयात्राएं निकाली गई। वही फतेहगंज पश्चिमी मे होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इसके साथ ही कस्बे मे रंग यात्रा निकाली गई। अबीर-गुलाल और रंगों की बौछार से सब लोग रंगे नजर आए। वही मीरगंज मे होली का त्यौहार क्षेत्र मे हर्षोल्लास से मनाया। गुरुवार की रात्रि मे सुबह चार बजे से नगरों और गांवों में होलिका दहन का कार्यक्रम शुरू हुआ। लोगों ने होलिका की परिक्रमा कर जौ के दानें होलिका में अर्पित किए। होलिका की अग्नि को लोगों ने घर ले जाकर घरों में रखी होलिका जलाई। उसके बाद रंगों की बरसा शुरू हे गई। लोगों ने होली की चौपाई निकाली। चौपाई हर घर के दरवाजे पर पहुंची। चौपाई में बैंड बाजे के साथ होली के गीतों पर लोग थिरक रहे थे। मकानों की छतों से महिलाओं और बच्चों ने हुर्रियारों पर रंग उड़ेल कर सबको सराबोर कर दिया। चौपाई निकलने के बाद लोगों ने एक दूसरे के गले मिलकर गिले सिकवे मिटाए। होलिका दहन के समय गांवों में पुलिस मुस्तैद रही।।
बरेली से कपिल यादव