हिजाब पर प्रतिबंध को लेकर बोले शहाबुद्दीन, मर्जी का लिबास पहनने की संविधान ने दी इजाजत

बरेली। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने हिजाब को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जो लोग हिजाब पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं, ये उनका मानसिक दिवालियापन है। हिजाब एक लिबास है जो मुस्लिम महिलाएं अपने आप को ढकने के लिए पहनती है। मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि भारत का संविधान हर पुरुष और महिला को इस बात की इजाजत देता है कि वो अपनी मर्जी के मुताबिक जो लिबास पहनना चाहे पहने और जो खाना चाहे खाए। आज देश में इस तरह की अजीब बातें की जा रही हैं। जिसमें कुछ लोग कह रहे हैं कि कौनसा लिबास नहीं पहनना है और किचन में क्या खाना बनेगा। क्या इसका निर्णय लेने का अधिकार दूसरे लोग तय करेंगे? इस तरह की बातें करने वाले लोग समाज में नफरत फैला रहे हैं। कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा दिया जा रहा है, ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ज्ञानवापी मस्जिद वाले बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद एक ऐतिहासिक मस्जिद है। लेकिन योगी आदित्यनाथ ज्ञानवापी को मस्जिद कहना दुर्भाग्यपूर्ण बताकर उसे विश्वनाथ मंदिर कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम की जुबान से ये बात शोभा नहीं देती। हालांकि कानून व्यवस्था के लिए उठाए जा रहे कदम के लिए उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की।।

बरेली से कपिल यादव

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