बरेली। पीलीभीत बायपास पर गोलीकांड मामले में आरोपी राजीव राना के भाई गौरीशंकर राना ने मंगलवार को एसएसपी कार्यालय मे आत्मसमर्पण कर दिया। गौरीशंकर ने वकील के जरिए हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपने खिलाफ दर्ज मुकदमा निरस्त करने व अग्रिम जमानत देने की अपील की थी। हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई के लिए आठ जुलाई की तारीख तय की थी। मामला गंभीर होने के कारण सोमवार को हाईकोर्ट ने गौरीशंकर की अर्जी को निरस्त कर दिया। गोलीकांड मामले में गौरीशंकर समेत पांच फरार आरोपियों पर एसएसपी ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस लगातार गिरफ्तारी का प्रयास कर रही थी। पुलिस के बढ़े दबाव की वजह से गौरीशंकर मंगलवार एसएसपी दफ्तर पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। थाना इज्जतनगर क्षेत्र में 22 जून की सुबह पीलीभीत बाइपास पर प्लॉट पर कब्जे को लेकर राजीव राना और आदित्य उपाध्याय के गुटों में जमकर फायरिंग हुई थी। इस मामले में दोनों आरोपियों की संपत्तियों पर बुलडोजर चल चुका है। इस मामले में अब तक 30 से अधिक लोग जेल जा चुके हैं। गौरीशंकर से पहले उसके भाई संजय राना भी एसएसपी दफ्तर में सरेंडर कर चुका है। माफिया राजीव राना, उसके भाई संजय राना और गौरी शंकर को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। तीनों ने सरेंडर किया। इसमें राजीव राना ने अपने घर और होटल के पास सरेंडर किया था। जबकि संजय राना और गौरी शंकर ने एसएसपी आफिस पहुंचकर सरेंडर किया है। जबकि उनके गुर्गों को पुलिस ने हाफ फ्राई कर जेल भेजा है। अभी इस मामले में रफत उर्फ बाबा, इरफान, चांद मियां समेत कई आरोपी फरार चल रहे है।।
बरेली से कपिल यादव