बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। थाना क्षेत्र के गांव रहपुरा जागीर गांव मे स्थित भमसेन पर पिछले एक सप्ताह से चल रही भागवत कथा का कलश विसर्जन के साथ विश्राम हो गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। गांव के भमसेन देव स्थल पर पिछले एक सप्ताह से श्रीमद्भागवत कथा चल रही थी। कथा वाचक ओमकार शास्त्री ने इस दौरान शिव पार्वती विवाह, कृष्ण जन्म, कंस बध, सुदामा चरित आदि कथा सुनाकर सभी का मन मोह लिया था। कथावाचक ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है। पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात व तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन। जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। बुधवार को कथा का समापन पर रामगंगा मे जाकर कलश विसर्जन किये गए। रामगंगा से लौटने के बाद आयोजको ने भंडारा किया। जिसमें सैकड़ो लोगो ने प्रसाद चखा। प्रधान गंगाचरन राजपूत, हरवंश, राकेश, रोहिताश, वेदपाल, कुलदीप, मुकेश, राजपाल, पंकज शर्मा सहित कथा मे समस्त ग्राम वासियों का सहयोग रहा।।
बरेली से कपिल यादव