लखनऊ, बरेली। पृथ्वी दिवस पर ग्रेटर शारदा समादेश के तत्वावधान मे राजधानी के एक होटल मे सोमवार को एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार के उद्घाटन सत्र और चार सत्रों की समूह चर्चा में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के भयावह और विनाशकारी खतरों के प्रति गंभीर चिंता जताई और जल, जंगल, जमीन तथा पर्यावरण की रक्षा की खातिर सरकार, स्वयंसेवी संगठनों और खासकर मीडिया कर्मियों की ईमानदार भागीदारी सुनिश्चित करने का पुरजोर आह्वान किया। सेमिनार का उद्घाटन वरिष्ठ आईएएस सिंचाई विभाग मे विशेष सचिव और शारदा सहायक समादेश के अध्यक्ष व निदेशक डॉ. हीरालाल ने रायवरेली से आई अर्जुन पुरस्कार विजेता, ओलंपियन, पद्मश्री सुधा सिंह, प्रो. गीता गांधी और कई अन्य हस्तियों के साथ दीप जलाकर शुभारम्भ किया। सभी मंचासीन अतिथियों को जूट के थैले और पौधे भी भेंट किए गए। उद्घाटन सत्र मे चर्चित ओलंपिक तालिका सुधा सिंह ने कहा कि हम खिलाड़ियों को अपना स्टेमिना बढ़ाने और प्रेक्टिस के बाद खुद को ताजादम-मजबूत बनाए रखने के लिए लखनऊ जैसे प्रदूषित शहरों को भी ऊटी की तर्ज पर पेड़-पौधों की हरियाली से मालामाल करना निहायत ही जरूरी है। सिटी मांटेसरी स्कूल सोसाइटी की अध्यक्ष-प्रबंधक प्रो़. गीता गांधी ने अपने वक्तव्य और वीडियो प्रजेंटेशन के जरिये समझाया। वरिष्ठ आईएएस डॉ. हीरालाल ने कहा कि पृथ्वी मां गंभीर बीमार है और हम सब बेफिक्र हैं। स्वार्थ और गलत आदतों की वजह से हमने धरती मां पर बहुत जुल्म किए हैं। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ हल्ला बोल का आह्वान करते हुए समझाया कि प्लास्टिक जल, जंगल, जमीन, समुद्र-सबका दुश्मन है। पानी बचाने, पेड़-पौथै लगाने और प्लास्टिक को भगाने का मंत्र भी दिया। पत्रकारों से प्लास्टिक पर रोक संबंधी कानून को पढ़ने की अपील भी की। संचालन सौरभ लाल ने किया। जल संरक्षण पर दूसरे सत्र में जयराम पाठक, डॉ. हीरालाल, सलाहुद्दीन सैफी, बाबू लाल दहिया, आरए यादव और दीपक जांजिरे ने चर्चा को विचारोत्तेजक और उपयोगी बनाया। संचालन वरिष्ठ पत्रकार अर्पित गुप्ता ने किया। रिटायर्ड आईएएस अरुण सिन्हा, राहुल यदुवंशी, गणेश पथिक बरेली, राहुल पटेल बस्ती समेत उत्तर प्रदेश के 55 जिलों से आप पत्रकार, शिक्षक और सामाजिक संगठनों के 200 से ज्यादा प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।।
बरेली से कपिल यादव