हनीट्रैप गैंग की सरगना गिरफ्तार, कई लोगों को जाल मे फंसाकर लाखों वसूले

बरेली। जनपद के थाना बारादरी पुलिस ने हनीट्रैप गैंग की सरगना ममता दिवाकर उर्फ मधु को डोहरा रोड पुल से गिरफ्तार कर लिया। उसने अपने गैंग के साथ मिलकर शहर के कई लोगों को ब्लैकमेल किया। अश्लील वीडियो बनाकर उनसे मोटी रकम वसूली। उसके जाल में फंसे एक डॉक्टर ने अपनी जान तक दे दी थी। इस मामले में ममता जेल भी जा चुकी है। जेल से बाहर आने पर उसने लोगों को फिर फंसाना शुरू कर दिया था। अप्रैल मे उसने अपने गैंग के साथ मिलकर युवक से रुपये वसूले थे। आरोपी महिला पर बरेली के विभिन्न थानों मे करीब आधा दर्जन केस दर्ज है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद मामले की छानबीन तेज कर दी है। नवाबगंज के शाहपुर निवासी पीड़ित युवक ने तीन अप्रैल को थाना बारादरी में तहरीर दी थी। उसने बताया था कि ममता दिवाकर ने अपने साथियों रीना उर्फ शीतल, माधुरी और सत्यवीर ने उसे जाल मे फंसाया। ममता ने कॉल कर उसे रीना के कमरे पर बुलाया, जहां आरोपियों ने कोल्डड्रिंक मे नशा देकर उसे बेहोश कर दिया और निर्वस्त्र कर रीना के साथ उसके अश्लील फोटो व वीडियो बना लिए। इसके बाद उसे ब्लैकमेल किया। न्यायालय के आदेश पर बारादरी थाने मे मुकदमा दर्ज किया गया था। थाना बारादरी पुलिस ने बुधवार रात मुखबिर की सूचना पर डोहरा रोड पुल से आरोपी ममता दिवाकर को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक ममता दिवाकर बेहद शातिर है। वह अपने साथियों के साथ मिलकर अमीर लोगों को हनीट्रैप के जरिए ब्लैकमेल करती है। इसी तरह आरोपियों ने डॉक्टर को ब्लैकमेल किया था। युवक के मामले में रीना पाल, माधुरी और सत्यवीर भी नामजद है। इन आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है। वही सुभाषनगर की बीडीए कॉलोनी मे रहने वाले एक डॉक्टर को ममता ने अपने जाल मे फंसाकर 25 लाख रुपये वसूले। जब उसने और पैसे मांगे तो डॉक्टर ने मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में ममता पहले भी जेल जा चुकी है।नवाबगंज के एक कारोबारी को इस महिला ने अपने जाल में फंसाकर 5 लाख रुपये की मांग की। जब उसने पैसे देने से इनकार किया तो महिला ने जबरन उससे पैसे छीन लिए। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। ममता ने पीलीभीत के एक दरोगा को भी अपने हनीट्रैप में फंसाया। बाद में अश्लील वीडियो कॉल का आरोप लगाकर उसकी शिकायत की जिसके चलते दरोगा को सस्पेंड होना पड़ा। उसकी गिरफ्तारी में बारादरी थाने के उपनिरीक्षक अजीत कुमार, कांस्टेबल हिमांशु दलाल, और महिला कांस्टेबल मयूरी की अहम भूमिका रही। पुलिस अब यह पता लगाने मे जुटी है कि ममता ने अब तक किन-किन लोगों को अपना शिकार बनाया है और इस पूरे गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल है। ममता से जुड़े हर पहलू की जांच की जा रही है ताकि हनीट्रैप गैंग के पूरे नेटवर्क को खत्म किया जा सके।।

बरेली से कपिल यादव

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