*खानाबदोश के तरह कर रहे है जीवनयापन
मझौलिया /बिहार- मझौलिया प्रखंड अंतर्गत महानवा रमपुरवा पंचायत के नवका टोला के दर्जनों परिवार सड़क के किनारे तंबू तान कर खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं ।
सामने तबाही की यह तस्वीरें एक बार नहीं बल्कि हर साल देखने को मिलता है। तिरवाह क्षेत्र में बाढ़ ने इस कदर तबाही मचा रखी है कि दर्जनों परिवार सड़क किनारे तंबू लगाकर खानाबदोश सी जिंदगी बिताना लोगों की नियति बन चुकी है। इस क्षेत्र में सिकरहना और कोहड़ा नदी ज्यादातर कहर बरपाती हैं । जिससे यहां आसपास रहने वाले लोग बेघर हो जाते हैं । पिछले कई दिनों से यह परिवार सड़क किनारे तंबू लगाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं है। इन परिवार के लोगों का न खाने का ठिकाना है और न ही पीने के पानी का ठिकाना है।
बाढ़ पीड़ितों को सरकारी अस्तर से तो बचाव और सहायता का भरोसा तो काफी मिला है लेकिन हालात तस्वीरे बयान कर रही है कि इंतजार अभी लंबा है। इन्हें बाढ़ की विभिषिका हर वर्ष झेलनी पड़ती है।पीड़ितों ने अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि
सड़क किनारे जब हम परिवार सहित सोते है तो हम लोगो को विषैले सांप, बिच्छू कीड़ेमकोड़े का डर बना रहता है। रात में जब बारिश आती है तो लोगों को डर लगा रहता है कि पानी का बहाव कब सड़क पर आ जाए और सड़क छोड़कर भी जाना पड़ जाए।
दाने दाने के लिए मोहताज है लेकिन ना सामाजिक कर्ता,ना जनप्रतिनिधि और प्रशासन से अभी तक कोई सहयोग नही मिला। बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि हमारे नजरे टकटकी लगाए बैठे है । प्रशासनिक अधिकारी आते हैं आश्वासन देकर चले जाते हैं लेकिन हमारी समस्या जस की तस बनी रह जाती है।
– मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट