कुशीनगर: भागदौड़ भरी जिन्दगी से थोड़ा समय निकालकर शान्ति से बैठकर आत्म निरीक्षण करना ही राजयोग है। यह अन्तर जगत की ओर स्वयं को पुन: पहचानने की यात्रा है। राजयोग में इस तरह के समय निकालने से हम अपने चेतना के मर्म की ओर लौट आते हैं। यह बातें रविवार को तुर्कपट्टी कस्बा के समीप स्थित ग्राम पंचायत बसडीला में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के गुरवलिया बाजार स्थित राजयोग केंद्र की संचालिका बीके मीना ने कही। वे गांव में राजयोग केंद्र के तत्वावधान में आयोजित स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। बीके रामदरश सिंह कुशवाहा ने कहा कि जब धरती से काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह समाप्त हो जाएगा तब भारत स्वर्ग बन जाएगा। कार्यक्रम के दौरान बीकेगण ने समूचे गांव में भ्रमण कर एक बनो नेक बनो, नफरत छोड़ो प्रेम करो, राजयोग अपनाना है, देश को स्वर्ग बनाना आदि के नारे लगाते हुए विभिन्न स्थानों पर शिव का झंडा फहराया और जन सामान्य को राजयोग के माध्यम से जीवन जीने की कला से अवगत कराया। इस दौरान बीके जवाहर, मनीषा, किरन, नीता, नीरु, कृपाशंकर, रामायण, रामलक्षन, रामधनी, मदन, पंकज, केदार, जगरनाथ, जगरोशन, वीरचंद आदि बीकेगण मौजूद रहे।
-कुशीनगर से जटा शंकर प्रजापति की रिपोर्ट