स्वीडेन में पवित्र कुरआन जलाने के विरोध में खानकाह-ए-नियाजिया के सज्जादानशीन ने निकाला शांति मार्च

बरेली- स्वीडेन में पवित्र कुरआन जलाने के विरोध में खानकाह ए नियाजिया के सज्जादा नशीन मोहम्मद मेहदी मियाँ निज़ामी नियाजी के नेतृत्व में सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में इकट्ठे होकर जिला अधिकारी कार्यालय तक शांति मार्च निकाला और राष्ट्रपति को संबोधित एसीएम द्वित्तीय को ज्ञापन दिया।
खानकाहे नियाजिया के प्रबंधक शब्बू मिया ने कहा कि स्वीडन में पवित्र कुरआन जलाने की निन्दनीय घटना से न केवल मुसलमानों का बल्कि विश्व के सभी शान्ति प्रिय लोगों को गहरा आघात पहुंचाया है।
विश्व के सभी शान्ति प्रिय लोग गहरे गुमो-गुस्से में हैं।कुरआन अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति, सद्भावना, एकता, भाईचारा तथा बिना भेदभाव सभी के लिए न्याय का प्रतीक है।
इस प्रकार की घटना से आतंकवाद तथा उग्रवाद को बढ़ावा मिलने की सम्भावना है। हालांकि कुरआन हर प्रकार के आतंकवाद तथा उग्रवाद की सख्ती से निन्दा करता है और शान्ति व सौहार्द का पैग़ाम देता है।
इस प्रकार की घिनौनी घटनायें भविष्य में किसी भी धर्म की पवित्र किताब के साथ न हो सके तथा विश्व में शान्ति और सद्भावना बनी रहे।

गौरतलब है कि जब कि खानकाहे नियाजिया में हजारों मुरीद और ख़ादिम व खानदान के लोग हैं फिर भी खानकाह-ए-नियाजिया के सज्जादा नशीन मोहम्मद मेहदी मियाँ निज़ामी नियाजी इस्लाम व कुरान से मुहब्बत का इजहार करते हुए ज्ञापन देने के लिए जिला मुख्यालय पर पहुंचे वहीं बात करें अन्य दरगाहो के सज्जादानशीनो की तो वो कभी इस्लाम और कुरआन के लिए बाहर नहीं निकलते हैं।

– बरेली से तकी रजा

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