सोनभद्र- सोनभद्र में हुये नरसंहार के बाद लिया गया फैसला बताते चले कि बीते दिन सोनभद्र में 17 जुलाई को हुए उम्भा नरसंहार कांड पर जांच कमेटी की रिपोर्ट पर सीएम ने लिया एक्शन किया कार्यवाही सोनभद्र घोरावल कांड में डीएम सोनभद्र और एसपी सोनभद्र हटाये गए। उनके ख़िलाफ़ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। वहीं 1989 में राबर्ट्सगंज के तहसीलदार, एसडीएम के ख़िलाफ़ मुकदमा होगा। मौजूदा एसडीएम, सीओ, सहायक परगना अधिकारी, एसओ, एसआई, सहायक निबंधक संस्पेंड, जितने भी जिम्मेदार जीवित है सब पर मुकदमा दर्ज । इस घटना में जो भी लोग जिम्मेदार है अगर जीवित है तो सरकार उन पर भी कार्यवाही करेगी वर्तमान तहसील, तहसील घोरावल, तहसील चेत्राधिकारी घोरावल पर भी होगी कार्यवाही । कोर्ट के आदेश के बिना प्रधान का साथ देने वाले अरुण कुमार दीक्षित एडिशनल एसपी पर भी कार्यवाही किये जायेंगे। सोनभद्र कांड में गलत ढंग से जमीन अपने नाम कराने वाले दो पूर्व आईएएस अफसरों की पत्नियों के खिलाफ भी मुकदमा होगा । पूरे मामले की जांच डीआईजी एसआईटी जे रविंद्र गौड़ के नेतृत्व में होगी, 3 महीने में इस पूरे मामले में दर्ज किए गए सभी मुकदमों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
इस पूरे मामले में 8 अफसरों को हटाया गया है डीएम एसएसपी, एक एडिशनल एसपी, 3 सीओ समेत 8 अफसरों को हटाया गया है। इसके अलावा नॉन गेस्टेड ऑफीसर में तीन इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर, दो सिपाहियों 7 अफ़सर पर कार्यवाही की गई है। मिर्ज़ापुर सोनभद्र में 1 लाख एकड़ से अधिक भूमि कब्ज़ा कर रखी है जिनमे से ज़्यादातर समितियां कांग्रेस नेताओं की मानी जा रही है । इन समितियों की जांच के लिए कमेटी 6 सदस्यों की रेणुका कुमार की अध्यक्षता में गठित की जा रही है। जिसके लिये पिछले 60 , 70 वर्षों की जांच कमेटी करेगी । सीएम ने कमेटी से 3 महीनों में जांच रिपोर्ट सौंपने के लिये कहा है । साथ ही ज़मीन वापस ग्राम पंचायत के नाम दर्ज होगी । फिर भूमिहीनों को दी जाएगी । इस घटना के लिए अलग से एसआइटी गठित की गई है । जो सरकारी भूमि पर कब्जा के सम्बन्ध में सोनभद्र समेत पूरे प्रदेश में फर्जी सोसायटी गठित करते हुए भूमि कब्जे किये जा रहे उन पर भी उचित कठोर कदम लिये जायेंगे । रेणुका कुमार की अध्यक्षता में एक 6 सदस्यीय कमेटी गठित की जा रही है । जिनका कार्य जहां भी फर्जी सोसायटी बना कर जहां भी जमीनों को हड़पने का कार्य हुआ है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी होगी । सोसाइटी से जीवित जो भी सदस्य हैं उनके नाम एफआईआर होगी ।
रिपोर्ट:-राजेंद्र कुमार शाह सोनभद्र