बरेली। कोरोना की दूसरी लहर से देश में हालात अब बेकाबू होते जा रहे है। वही ऑक्सीजन को लेकर कई जगहों पर हाहाकार मचा है। कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है और वो जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है। ऑक्सीजन की भारी कमी के कारण कई मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। ऐसी भयंकर स्थिति को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सांस लेने में जिन मरीजों को तकलीफ हो रही है, उनके लिए प्रोनिंग के कुछ आसान तरीके सुझाए हैं, जिसे प्रयोग में लाकर कोरोना मरीजों में ऑक्सीजन लेवल को सुधारा जा सकता है। कोरोना संक्रमण एक बेहद गंभीर महामारी है। संक्रमण की चपेट में आने के बाद कई लोगों में पाया गया कि ऑक्सीजन लेवल अचानक कम होने लगता है। ऐसे में उनके स्वजन ऑक्सीजन युक्त बेड के लिए परेशान होते हैं। शहर के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि सबसे जरूरी लक्षण समझ आते हैं कोविड की तत्काल जांच कराएं। पहले दिन से ही ऑक्सीजन को मेंटेन रखने के लिए योगाभ्यास करना शुरू करे। इसके अलावा सोते या लेटते समय हर दो घंटे में करवट बदलते रहे। जिससे ऑक्सीजन बॉडी के हर पार्टस में घूमती रहे। किसी भी पार्ट्स में ऑक्सीजन की कमी होने पर वह परेशान करने लगता है। इसलिए जरूरी है कि शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन मूव करती रहे। बताया कि संक्रमित है तो डॉक्टर की सलाह लेकर स्टेरायड दवाएं या इंजेंक्शन लेना शुरू कर दे। यह संक्रमण का प्रभाव बढ़ने से ही पहले ही उसे कंट्रोल कर लेती है। बाद में अगर ऑक्सीजन की कमी होती है तो उसे कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है।बताया कि इस बार कोरोना का स्ट्रेन पहले से ज्यादा खतरनाक है। यह शरीर में आते ही जल्दी प्रभावी और खतरनाक हो रहा है। बॉडी में ऑक्सीजन मेंटेन रखने के लिए में हर दो घंटे में करवट बदलना जरूरी है।।
बरेली से कपिल यादव