दुनका, बरेली। जिले के लाल फाटक स्थित गणेश धाम निवासी खूबकरन गंगवार सेवानिवृत्ति के बाद घर लौटे तो परिवार के लोगो ने उनका शानदार अभिनंदन किया। इन दिनो खूबकरन गंगवार आसाम मे लेफ्टिनेंट पद पर तैनात थे। यहां से सेवानिवृत्त होकर वह घर आए तो लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। खूबकरन के परिवार मे देशभक्ति का जज्बा कूट कूटकर भरा हुआ है। आपको बता दें कि खूबकरन आसाम में तैनात आर्मी में लेफ्टीनेंट पद से तैंतीस साल की सर्विस के बाद 31 मई को सेवानिवृत हुए। बुधवार की सुबह नौ बजे डिबरूगढ़ से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस से बरेली पहुंचे। परिजनो ने बरेली जंक्शन पहुंचकर फूलमाला पहनाकर लेफ्टीनेंट खूबकरन गंगवार का स्वागत किया। उसके बाद धूमधाम से घर पहुंचे। खूबकरन गंगवार तीन भाइयों मे सबसे छोटे है। इनका बचपन से सपना था वर्दी पहन देश की सेवा करे। इसी रुचि से पढ़ते पढ़ते देश की सेवा करने की ठानी और 1988 में आर्मी में भर्ती हुए। भोपाल में प्रशिक्षण प्राप्त कर जम्मू कश्मीर मे पहली पोस्टिंग हुई। देश के प्रति लगन और मेहनत से 2000 मे नायक पद पर प्रमोशन हुआ। प्रमोशन का शौक चढ़ा तो फिर लगातार प्रमोशन लेते रहे। जिसमें सन 2001 में हवलदार, 2002 में एचएमटी और 2004 में नायब सूबेदार, 2011 में सूबेदार, 2017 मे सूबेदार मेजर और 26 जनवरी 2021 मे मानद लेफ्टिनेंट पद पर प्रमोशन हुआ। 1988 से अब तक सात बार प्रमोशन हुआ। देश के जम्मू कश्मीर, देहरादून, अमृतसर, कठुआ, बड़ौदा, भटिंडा, पानागढ, जोधपुर, अरुणाचल प्रदेश मे पोस्टिंग रही। सेवानिवृत लेफ्टीनेंट खूबकरन गंगवार ने बताया कि आर्मी की नौकरी में कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी के साथ देश की सेवा अनुशासन में रहकर करनी पढ़ती है। ये हमारा सौभाग्य है हमे देश की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ। मैं देश के युवाओं को संदेश देना चाहता हूं कि एकाग्रता के साथ देश की सेवा करने का लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करे।खूबकरन गंगवार के एक बेटा विपिन और बेटी नेहा है। बेटा विपिन गंगवार वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मथुरा मे आर्मी में तैनात है। बेटी नेहा यूपी पुलिस में एसआई की तैयारी कर रही है। नेहा के पति रवि गंगवार आर्मी में जोधपुर राजस्थान मे तैनात है।।
बरेली से कपिल यादव