बरेली। भारत सरकार की सेना भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर मे प्रदर्शन शुरू हो गए है। खास बात यह है कि इसका विरोध कोई राजनीतिक दल या संगठन नही बल्कि सेना की भर्ती की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी खुद कर रहे है। जगह-जगह युवा नारेबाजी कर रहे है और कई जगह झड़पे भी हुई है। वही बरेली मे भी सेना मे भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने अग्निपथ योजना का विरोध शुरू कर दिया है। गुरुवार को सेना की नई भर्ती प्रक्रिया से नाराज युवाओं ने एआरओ सेंटर से चौकी चौराहा तक सैकड़ों अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर योजना का विरोध किया और सरकार विरोधी नारेबाजी की। युवाओं ने हंगामा करते हुए चौकी चौराहा जाम कर दिया। बाद मे चौकी चौराहे से होते हुए युवाओं ने दामोदर स्वरूप पार्क के सामने प्रदर्शन किया। नारेबाजी करने के साथ ही जुलूस की शक्ल मे युवा स्टेशन रोड की ओर चल दिए। पुलिस ने उन्हें चारों ओर से घेर रखा था। कलेक्ट्रेट के सामने सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ ने उन्हें दोबारा समझाने की कोशिश की और उनका मांग पत्र लिया। वही इसके बाद भी युवा मानने के लिए तैयार नही हुए और जंक्शन जा रहे युवाओं को कलेक्ट्रेट के पास पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने उनको आगे नही जाने दिया। युवाओं ने काफी कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक वहां से खदेड़ दिया। इसके बाद भी कुछ युवा स्टेशन तक प्रदर्शन करते रहे। छात्रों ने केंद्र सरकार और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार से अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की। प्रदर्शन में शामिल बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत समेत अन्य दर्जनभर से अधिक जिलों के अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार चार साल की नौकरी देकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। केंद्र सरकार इस योजना को तत्काल वापस ले। उनका कहना है कि इस योजना से न उन्हें फायदा होगा न देश को। चार साल की सीमित अवधि में वे अपना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। इस अवधि के बाद बिना पेंशन और सेवानिवृति के अन्य लाभों के वे एक बार फिर बेरोजगार हो जाएंगे। इससे सिर्फ युवाओं का भविष्य खराब होगा। शाहजहांपुर निवासी सुमंत शर्मा का कहना है कि टीओडी (टूर आफ ड्यूटी) को सरकार वापस ले। नहीं तो प्रदर्शन तेज होगा। इसके जरिये सरकार तानाशाही कर रही है।।
बरेली से कपिल यादव