बरेली। जनपद मे थाना बारादरी क्षेत्र मे किराये के मकान मे संचालित कोचिंग सेंटर की आड़ में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को पढ़ाने और बीमार लोगों का इलाज कराने के बहाने धर्म परिवर्तन कर उन्हें ईसाई बनाया जा रहा था। सुभाषनगर निवासी रिषभ ठाकुर पहुंचे तो उन्हें भी धोखे से ईसाई धर्म स्वीकार करा दिया गया। मामले में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। रिषभ ने सुभाषनगर थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार को बताया कि उनको सूचना मिली थी कि कुछ लोग सुपरसिटी मे किराये के मकान मे बीमार और आर्थिक रूप से कमजोर हिंदू धर्म के लोगों को रुपये देकर इलाज और पढ़ाई कराने का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करा रहे है। रविवार को रिषभ अपने साथियों को लेकर मौके पर पहुंचे तो वहां पादरी सुमित मैसी अपने साथी अमित मैसी, सरिता व सत्यपाल के साथ मिलकर महिलाओं और बच्चों का धर्म परिवर्तन करा रहा था। रिषभ ने सुमित मैसी से पूछा कि यहां क्या हो रहा है ? सुमित ने उन्हें बताया कि इन लोगों को ईसाई धर्म की दीक्षा देकर हिंदू धर्म से परिवर्तन कर ईसाई बना रहा है। सुमित ने रिषभ और उनके साथियों को भी ईसाई धर्म अपनाने को कहा। धार्मिक किताब हाथ मे देकर कहलवाया कि हे ईशू भगवान मैं आपकी शरण में आ गया हूं और ईसाई धर्म कबूल करता हूं। रिषभ के मुताबिक धोखे से कराए गए धर्म परिवर्तन से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हो गई। रिषभ ने साथियों संग बारादरी थाने पहुंचकर धार्मिक किताब पुलिस को दिखाई और मुकदमा दर्ज करा दिया। धर्म परिवर्तन कराने वाले पादरी को मुकदमा दर्ज होने की भनक लगी तो वह भागने की फिराक में था। इससे पहले बारादरी पुलिस ने पादरी समेत मुकदमे में नामजद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। रुहेलखंड चौकी प्रभारी मनीष भारद्वाज को मुखबिर से सूचना मिली कि मुकदमे के आरोपी भागने की फिराक में है। इसके बाद मनीष भारद्वाज ने टीम के साथ दबिश देकर सुमित मैसी, अमित मैसी उर्फ अक्षय मैसी और सत्यपाल को गिरफ्तार कर लिया। इनकी महिला साथी सरिता भाग निकली। उसकी तलाश की जा रही है।।
बरेली से कपिल यादव
