बरेली। ईद मिलादुन्नबी पर हर साल पुराने शहर मे होने वाला रास्ते का विवाद इस बार जड़ से खत्म हो गया। बिना गतिरोध के जुलूसे मोहम्मदी निकाल दिया गया। दोनों धर्मों के लोगों ने पुलिस प्रशासन की सराहना की है। वही विहिप के कुछ पदाधिकारियों ने एसएसपी को ज्ञापन देकर नया शिगूफा छेड़ दिया है। उनका कहना है कि समझौतानामा सही नही था। एसएसपी ने हैरत जताते हुए समीक्षा का आश्वासन दिया है। विहिप के महानगर मंत्री संजय शुक्ला ने एसएसपी अनुराग आर्य को बताया कि चक महमूद, मौर्य गली से होकर बाबा बनखंडी नाथ मंदिर की कांवड़ यात्रा तथा शाहनूरी मस्जिद से निकलने वाले मोहर्रम जुलूस के मार्ग, समय और डीजे की अनुमति पर दोनों पक्षों के बीच एक समझौता किया गया है। उन्हें लगता है कि डॉ. राकेश कश्यप और इशाक के बीच हुआ यह समझौता पक्षपातपूर्ण है। समझौते में शामिल लोग सामाजिक कार्यों से जुड़े नही है। बताया कि कांवड़ यात्रा के लिए केवल 20 मिनट का समय निर्धारित किया था जबकि अंजुमनों को निकलने के लिए दो घंटे का समय दिया गया। कांवड़ यात्रा में केवल एक छोटा हाथी वाहन पर चार सुराही की अनुमति दी जबकि अंजुमनों के जुलूस को पांच वाहनों पर डीजे की अनुमति दी गई। एसएसपी से मिलने वालों मे राजकुमार राजपूत, विकास सोमवंशी, अलंकृत सक्सेना, केके शंखधार, परम केसवानी, जितेंद्र सोनू, अंकित कुमार, राज कश्यप, संजीव वर्मा, आकाश वर्मा, अतुल कश्यप, जितेंद्र कुमार, अमन वर्मा, जतिन कश्यप, साहिल वर्मा, आशु कश्यप, आशीष सक्सेना, बॉबी कोहली आदि लोग उपस्थित रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने एसपी सिटी मानुष पारीक और सीओ एलआईयू विजय राणा की एक जांच समिति बनाई है। दोनों अधिकारी जांच कर अपनी रिपोर्ट एसएसपी को सौंपेंगे, इसी आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।।
बरेली से कपिल यादव