बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। थाना फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव मिलक इमामगंज मे प्रधान अयूब ने अपने घर के दरवाजे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए। जिनका रुख दूसरे समुदाय के धर्मस्थल की ओर हो गया। इससे दो समुदाय के लोगों में विवाद के बाद पथराव हो गया। दोनों ओर से चार लोग घायल हो गए। एसपी उत्तरी के साथ कई थानों की पुलिस पहुंच गई। दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना क्षेत्र के गांव इमामगंज मे करीब 20 फीसदी आबादी अल्पसंख्यक समुदाय की है। इसी ओर बहुसंख्यक समुदाय का धर्मस्थल है। पूरे गांव मे एक ही धर्मस्थल होने से गांव की महिला, पुरुष पूजा के लिए आते है। पूर्व प्रधान अयूब अली ने चंदा करके अपनी बस्ती की ओर सीसीटीवी कैमरे लगाए है। एक कैमरा बिजली के खंभे पर इसी धर्मस्थल की ओर लगा दिया। दूसरे समुदाय के लोगों ने महिलाओं के फोटो का दुरुपयोग करने का तर्क देकर गुरुवार की दोपहर कैमरे का विरोध कर दिया। तब कैमरा हटा लेने सहमति बनी और मामला शांत हो गया। कैमरा हटाया नही गया तो देर रात गांव की एक परचून दुकान पर बैठे दोनों समुदाय के कुछ लोगों में बहस हो गई। कुछ देर में विवाद बढ़ गया और दोनों समुदाय के लोगों में पथराव शुरू हो गया। बीच बचाव करने आई महिला हरप्यारी और इनका नाती राशिद, रियासद शाह, सलमान अली घायल हो गए। सूचना पर थानाध्यक्ष राजेश बाबू मिश्रा भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। लाठी फटकारने पर उपद्रवी भाग गए। थाना सीबीगंज, भोजीपुरा, शाही, शीशगढ़ की पुलिस भी पहुंच गई। भारी फोर्स को देखकर लोग जंगल में भाग गए। इमामगंज मे कैमरा लगाने को लेकर हुए विवाद मे पुलिस ने गांव निवासी बुंदा शाह, जीशान अली, लियाकत अली, यकीन शाह, चांद बाबू, एहसान अली, मुस्तकीम, कय्यूम, रईस बाबू, इमरान अली, आबिद और दूसरे पक्ष के मंगलसेन, शोभाराम, सुरेंद्र और पास के गांव मड़ौली निवासी राजू का शांतिभंग मे चालान कर दिया है। गांव मे सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव की एक दो गली में बच्चे खेलते देखे गए। सुरक्षा को लेकर गांव मे पुलिस तैनात कर दी गई है।।
बरेली से कपिल यादव