बरेली। उत्तर प्रदेश मे विधानसभा 2022 की चुनावी घोषणा होने के बाद आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसे माहौल मे बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से इन प्रतिबंधों को इतर रख पत्र पर लगी मुख्यमंत्री की तस्वीर के प्राधिकार पत्र को बच्चों को देकर राशन वितरण के सख्त निर्देश है। वहीं मौखिक रूप से वह इस पर बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। हालांकि मुख्यमंत्री की तस्वीर के चलते बच्चों को राशन वितरित नहीं हो पा रहा है। जबकि अब तक सभी बच्चों को राशन मिल जाना चाहिए था। अभिभावकों को प्राधिकार पत्र दिखाने पर मिड डे मिल का राशन दिया जाता है लेकिन प्राधिकार पत्र पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर छपी हुई है। यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह के अनुसार तस्वीर छपे प्राधिकार पत्र को दिए जाने से आचार संहिता का उल्लंघन होगा जो किसी प्रकार से उचित नही है। ऐसा किए जाने पर शिक्षकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। इस संबंध में विभागीय अधिकारी की तरफ से भी किसी प्रकार का लिखित आदेश जारी नही किया गया है। यही कारण है कि शिक्षक इस समय अभिभावकों को ये पत्र देने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि विभाग की ओर से अगर लिखित में आदेश मिलते हैं तब शिक्षक प्राधिकार पत्र बांटेंगे। बीएसए विनय कुमार का कहना है कि आचार संहिता का उल्लंघन न हो इसके लिए शिक्षक प्राधिकार पत्र से मुख्यमंत्री का फोटो हटाकर पत्र वितरित कर सकते हैं। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर पत्र से तस्वीर हटाकर पत्र वितरित करना उचित है।।
बरेली से कपिल यादव