आज़मगढ़ – सीएमओ डाॅ रविन्द्र कुमार ने आज सुबह चैंबर में बैठे जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ परवेज़ अख्तर को उस समय चौंका दिया जब ये कहते हुए वे एकाएक उठे कि चलिए डाॅ साहब आपके टीबी अस्पताल का निरीक्षण करते है। मुख्य चिकित्साधिकारी सुबह 10:45 पर जब टीबी अस्पताल परिसर में औचक निरीक्षण पर पहुँचे तो वहाँ हड़कंप मच गया , मरीजों के अंदर से लेकर बाहर तक फैले रहने पर जब उन्होंने उपस्थित क्षय रोग अधिकारी से पूछा तो पता चला बाहर एक शेड प्रस्तावित है परन्तु कई बार विभागीय जेई को लिखा गया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, अंदर जाते ही सीएमओ ने सबसे पहले दवा के भण्डारण कक्ष को देखा जहाँ दवाएं तो पर्याप्त उपलब्ध थी पर अव्यवस्थित तरीके से रखा गया था जिस पर उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए एक सप्ताह के अंदर ठीक कर लेने की हिदायत दी, इसके बाद वे चिकित्सक कक्ष में प्रवेश किये जहाँ डाॅ अख्तर हुसैन मरीजों को ओपीडी में देख रहे थे, मरीजों की संख्या जब उन्होंने रजिस्टर में 55 देखी तो संतोष व्यक्त किया परन्तु रजिस्टर पर मरीज के नाम के आगे दवाओं का विवरण नहीं मिलने पर चिकित्सक से जवाब तलब किया जिस पर डाॅ अख्तर द्वारा जब ये बताया गया कि बाद में अंकित कर देंगे इस पर सीएमओ ने तत्काल अंकन सुनिश्चित करने का आदेश देते हुए भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति ना हो इसकी चेतावनी भी दी , ओपीडी रूम के निरीक्षण बाद डाॅ कुमार सीधे लैब में गये जहाँ लैब टेक्नीशियन तो उपलब्ध थे पर सैंपल व स्लाईड कम थी जिस पर पूछताछ करने पर पता चला कि मण्डलीय चिकित्सालय सहित प्राईवेट फिजीशियन भी स्लाईड नहीं भेजते है जिससे ये कमी आई है इस पर उन्होंने डीटीओ को अधीक्षक जिला चिकित्सालय को पत्र लिखने और जिले के प्राईवेट चिकित्सकों संग अपनी बैठक आयोजित कराने का निर्देश दिया। इसके बाद सीएमओ ने अस्पताल बिल्डिंग के अन्य कक्षों का भी गहन निरीक्षण किया बेकार कंडम पड़े सामानों पर जहाँ वे कई बार साथ चल रहे डीटीओ पर नाराजगी जताए वहीं खस्ताहाल जर्जर हुए भवन व गंभीर रोगियों के बाहर बैठने हेतु प्रस्तावित भवन के लिए तत्काल विभागीय जेई राम नरायण यादव को अपने कार्यालय में अब तक हुई कार्यवाही व पत्राचार का विवरण लेकर तलब कर दिया है ।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़