कैंट, बरेली। रामगंगा के पास एचपीसीएल के सीएनजी प्लांट मे हो रही लापरवाही से शहर और देहात में हादसे होने से बच गये। यहां से रामपुर को जाने के लिए निकले दो टैंकरों में वाल्व ढीला होने से गैस रिसने लगी। गैस की गंध से अफरा तफरी मच गई। यातायात रोक कर हादसे को रोकने की इंतजाम किया गया। दोनो ही बार पुलिस की सूझबूझ से हादसा टल गया है। पहला मामला दोपहर मे फतेहगंज पश्चिमी मे हाईवे पर ठिरिया खेतल गांव के पास हुआ। रात मे दूसरा इसी तरह का मामला कैंट में हुआ। रामगंगा के पास चौबरी मे एचपीसीएल का सीएनजी प्लांट है। यहां से ट्रक के जरिए गैस अन्य जिलों मे भेजी जाती है। सिलेंडरों को सुरक्षित भरने और उसके वाल्व को बंद करने की जिम्मेदारी कंपनी कर्मचारियों की होती है लेकिन इस कार्य मे मंगलवार को दो बार लापरवाही बरती गई। जानकारों का कहना है कि गैस रिफिल करने के बाद उसके वाल्व को बंद करना चाहिए। यह काम कंपनी का होता है। लेकिन ऐसा नही किया गया। पहला हादसा फतेहगंज पश्चिमी में खेतल गांव के पास हुआ। रात मे कैंट में वीरागंना चौक के पास दूसरा हादसा होते बचा। चौबारी स्थित एचपीसीएल पंप से गैस भरकर एक ट्रक रामपुर के भोट स्थित पंप पर जा रहा था। रात्रि करीब 7:45 बजे वीरांगना चौक से आगे आशा स्कूल के पास अचानक ट्रक सिलेंडर के वाल्व से गैस का रिसाव होने लगा। जानकारी होने पर चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सारे सिलेंडर के वाल्व चेक करके उन्हें कसकर बंद कर दिया। फिर भी हल्का रिसाव होता रहा। मौके पर इंस्पेक्टर कैंट राजेश कुमार तथा दमकल की गाड़ियां पहुंच गई। पुलिस ने ट्रक को वापस चौबारी स्थित पेट्रोल पंप पर सुरक्षित पहुंचाया। इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि चालक को निर्देश दिए गए कि वह आगे ट्रक को लेकर नही जाएगा। बल्कि जहां से गैस लेकर आया है वही वापस भेज दिया गया।।
बरेली से कपिल यादव
