बरेली – राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयन्ती पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद ब्रज प्रान्त , बरेली द्वारा विचार एवं काव्य गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन कैम्ब्रिज स्कूल के सभागार में किया गया ।
वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री ( स्वतंत्र प्रभार ) डाॅ. अरूण कुमार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे । कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ सुरेश बाबू मिश्रा ,प्रांतीय अध्यक्ष, ब्रज प्रान्त ने की । गोष्ठी का विषय था -” नारी अस्मिता की प्रतीक अहिल्याबाई होल्कर ” ।
इस अवसर पर डाॅ मीनाक्षी चन्द्रा , डाॅ दीपा शर्मा , निरुपमा अग्रवाल, डाॅ निधि मिश्रा , डाॅ मिथिलेश वार्ष्णेय एवं श्रीमती नीतू गोयल को अहिल्याबाई होल्कर सम्मान-2025 से विभूषित किया गया ।
मुख्य अतिथि डाॅ अरुण कुमार, कार्यक्रम अध्यक्ष डाॅ सुरेश बाबू मिश्रा , प्रोफेसर डाॅ के ए वार्ष्णेय ने इन समाज सेवी महिलाओं को माल्यार्पण कर दुशाला ओढ़ाकर तथा सम्मान पत्र प्रदान कर अलंकृत किया । इस अवसर पर जिला इको क्लब प्रवीण कुमार शर्मा को भी सम्मानित किया गया ।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि अरुण कुमार ने कहा कि अहिल्याबाई नारी अस्मिता की सच्ची प्रतीक थीं । बे निरंतर अपनी प्रजा के लिए तत्पर रहती थीं । उन्होने अपने कुशल प्रशासन से भारतीय नारियों का गौरव बढ़ाया ।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डाॅ सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर अपनी प्रजा में इतनी लोकप्रिय थीं कि उनकी प्रजा उन्हे लोकमाता कहकर पुकारती थी । वनारस के विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर की स्थापना अहिल्याबाई होल्कर ने ही कराई थी ।
इस अवसर हुई काव्य गोष्ठी में नारी की महिमा से जुड़ी कविताओं की प्रस्तुति से श्रोताओ को भाव विभोर कर दिया । काव्य पाठ करने बालों में अनिल कुमार
शर्मा , विमलेश चंद्र दीक्षित, प्रभाकर मिश्रा , एस०के० कपूर , प्रवीण कुमार शर्मा, मोहन चंद्र पांडे, उमेश चंद्र गुप्ता, डॉक्टर दीपंकर गुप्त ,प्रोफेसर एस पी मौर्य , डॉक्टर अखिलेश कुमार गुप्ता आदि कविगण शामिल रहे ।
कार्यक्रम में डाॅ रवि प्रकाश शर्मा , सुरेन्द्र वीनू सिन्हा , निर्भय सक्सेना ,वी के गोयल, कृष्ण स्वरुप सक्सेना ,वी के कोचर तथा अनुज कुमार सक्सेना आदि मौजूद रहे ।
कार्यक्रम का सफल संचालन जनपदीय अध्यक्ष डॉ बी०के० शर्मा ने किया । कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर के०ए० वाष्र्णेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया ।
– बरेली से पी के शर्मा