बरेली- 752वें उर्से हज़रत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक कलियरी में जो लोग रुड़की नहीं जा सकें,उन अक़ीदतमन्दो ने बरेली में कुल शरीफ़ की रस्म अदा की,सिविल लाइंस स्थित मस्जिद नोमहला दरगाह नासिर मियां पर हज़रत साबिर पाक के कुल शरीफ़ की नज़र सादगी के साथ पेश की गई,सुबह क़ुरआन ख़्वानी से हुई, मिलाद पाक के बाद रस्मी क़ब्वाली हुई,सूफ़ी शाने अली कमाल मियां साबरी ने मुल्क व आवाम की सलामती,खुशहाली, तरक़्क़ी कामयाबी के साथ कोरोना के ख़ात्मे के लिये दुआ की।
बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने कहा कि हज़रत साबिर पाक ने पूरी दुनिया को सब्र और ज़रूरतमन्दों की मदद करने की सीख दी हैं,752वें उर्से हज़रत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक कलियरी के कुल शरीफ़ की रस्म सुबह 10:30 बजे अदा की गई जो लोग कलियर शरीफ़ नहीं जा सकें उन सभी अकीदतमन्द ने दरगाह और घरों पर नज़र पेश की,साथ जो बरेली के ज़ायरीन कलियर जा रहे थे उनके रास्ते में दुर्घटना में इंतेक़ाल हो गया उनको खिराजे अक़ीदत पेश करते हुए मग़फ़िरत की दुआ की।
कुल शरीफ़ की नज़र में सूफ़ी कमाल मियां,पम्मी खान वारसी,मोहम्मद शादाब,मो शाहिद कुरैशी नासरी,दिलशाद साबरी,शाहिद रज़ा नूरी,सलीम,हनीफ खान आदि अक़ीदतमन्द शामिल रहे।
– रूड़की से इरफान अहमद