बरेली। सात साल बाद बरेली कैंट स्थित सदर बाजार मे फौजियों के आवागमन पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया है। अब सैन्यकर्मी बिना किसी रोक-टोक के बाजार मे आ-जा सकेंगे। जिससे बाजार की रौनक बढ़ेगी और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। यह फैसला शनिवार को छावनी परिषद की बैठक मे लिया गया। बैठक की अध्यक्षता ब्रिगेडियर गगनदीप सिंह ने की। जिसमें सांसद छत्रपाल गंगवार, कैंट विधायक संजीव अग्रवाल और सीईओ रविंद्र समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे। इस दौरान परिषद ने छावनी क्षेत्र में 24 घंटे जलापूर्ति परियोजना को भी मंजूरी दे दी। जिससे यहां की 40 हजार से अधिक आबादी को राहत मिलेगी। सदर बाजार मे फौजियों के आवागमन पर प्रतिबंध वर्ष 2018-19 में लगाया गया था। जाट रेजिमेंट के लांस नायक अनिल कुमार की हत्या के बाद सुरक्षा कारणों से यह रोक लगाई गई थी। अब परिषद ने इसे हटाने का निर्णय लिया है, जिससे स्थानीय व्यापार को मजबूती मिलेगी। अब तक छावनी क्षेत्र में तीन शिफ्टों-सुबह 5-9 बजे, दोपहर 1-2 बजे और शाम 5-9 बजे मे जलापूर्ति की जाती थी। परिषद ने 3.87 लाख रुपये की लागत से 24 घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित करने की योजना को स्वीकृति दी है। छावनी सार्वजनिक चिकित्सालय में टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत करने का भी प्रस्ताव पारित किया गया। इससे वे मरीज जो अस्पताल नही आ सकते। वे ऑनलाइन परामर्श ले सकेंगे। इसके अलावा, अस्पताल मे अन्य आवश्यक सुविधाओं के विस्तार को भी हरी झंडी दी गई। परिषद ने कैंट बोर्ड संचालित विद्यालयों और इंटर कॉलेजों में खेल से संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। इससे छात्र-छात्राओं को अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, आर.एन. टैगोर इंटरमीडिएट कॉलेज मे भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की प्रयोगशालाओं के जीर्णोद्धार के लिए 10 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई। बैठक में सीईओ रविंद्र ने कहा कि इन फैसलों से छावनी क्षेत्र में व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बोर्ड अध्यक्ष और सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया। बैठक मे नामित सदस्य वैभव जायसवाल समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे।।
बरेली से कपिल यादव