बरेली। जनपद के थाना प्रेमनगर क्षेत्र मे 62 साल की महिला से साइबर ठगी करने की कोशिश की गई। साइबर ठगों ने अधिकारी बनकर महिला को डराया धमकाया। मनी लॉड्रिंग केस मे फंसाने की धमकी दी। इससे वह तीन दिन घर से बाहर नहीं निकली। बुधवार को महिला ने हिम्मत कर पुलिस को कॉल कर सूचना दी। इसके बाद पुलिस अधिकारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, तब महिला ने राहत की सांस ली। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। थाना प्रेमनगर क्षेत्र के एकता नगर निवासी गुलशन कुमारी ने बताया कि 11 अगस्त को अनजान नंबर से कॉल आई। उसने खुद को जांच अधिकारी बताया। बातों में फंसाकर उनसे बैंक खातों समेत विभिन्न जानकारी मांगी। कॉल करने वाले ने कहा कि उनका नाम मनी लॉड्रिंग केस में आया है। उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है। घर से बाहर न जाने के लिए धमकाया। साइबर ठग ने लगातार उन्हें कॉल करके डराते रहे। पहले तो वह भी डर गई लेकिन जब साइबर ठग ने 70 लाख रुपये की मांग की तो उन्हें एहसास हुआ तो वह साइबर ठगों के जाल मे फंसी है। इस पर गुलशन ने 112 पर कॉल कर सूचना दी। जानकारी मिलने पर एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर एसपी सिटी मानुष पारीक, प्रेमनगर थाना पुलिस उनके घर पहुंची। एसपी सिटी ने पूरे मामले की जानकारी की। उन्हें साइबर ठगी से बचाव के तरीके बताए। एसपी सिटी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट का कोई कानूनी प्रावधान नहीं है। कोई भी सरकारी एजेंसी वीडियो कॉल, व्हाट्सएप या ऑनलाइन माध्यम से पूछताछ या गिरफ्तारी नहीं करती है। अगर कोई इस तरह की कॉल करता है तो तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दे। गुलशन कुमारी ने पुलिस का आभार जताया। उन्होंने वीडियो जारी कर लोगों से साइबर ठगी से बचाव के लिए सजग और सर्तक रहने की अपील की।।
बरेली से कपिल यादव