शाहजहांपुर- शाहजहांपुर में 6 साल की बच्ची को सांप के काटने से मौत के बाद जिंदा होने की उम्मीद से परिजनों ने शव को गोबर और नीम की पत्तियों से ढक दिया है। बच्ची का शव पिछले दो दिनों से गोबर में दबा रखा है। शव को देखने के लिए दूर-दूर से लोग गांव पहुंचे तो पुलिस समझा बुझाकर बच्ची का अंतिम संस्कार करवा दिया। फिलहाल चिकित्सको का कहना है कि झाड़फूंक के बजाय सांप काटने के 1 घंटे के अंदर अगर मरीज को अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है दरअसल थाना कांट क्षेत्र के रावतपुर के रहने वाले मंगल सिंह की बेटी को कल सुबह उस वक्त सांप ने डस लिया जब परिवार झोपड़ी में सो रही थी। सांप के काटने के बाद परिजनों ने पहले गांव में झाड़-फूंक के जरिए इलाज करवाने की कोशिश की। हालत बिगड़ने पर जब बच्ची को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद झाड़-फूंक करने वालों के कहने पर कल परिवार वालों ने बच्ची के शव को गोबर में दबा दिया और चारों तरफ नीम की पत्तियां डाल दी। परिजनों को उम्मीद थी कि उनकी बच्ची जिंदा हो जाएगी। गोबर में शव दबा होने की चर्चा इलाके में फैल गई। जिसके बाद दूर-दूर से लोग गांव में पहुंचने लगे। भीड़ बढ़ने पर आज दोपहर में पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर बच्चे का अंतिम संस्कार करवा दिया। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि सांप काटने के बाद एक घंटा गोल्डन पीरियड होता है। अगर 1 घंटे के अंदर मरीज को अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसकी जान को बचाया जा सकता है। डॉक्टर भी सांप काटने के बाद लोगों से झाड़-फूंक के बजाय मरीज को अस्पताल पहुंचाने की अपील कर रहे हैं।
– अंकित शर्मा,शाहजहांपुर