वाराणसी – कोरोना वायरस के संकरामं को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिन लॉकडाउन किया है। इस लॉकडाउन के बाद पूरे देश में लोग घरों में कैद हैं लेकिन कुछ लोग इस लॉकडाउन में भी घरों से बाहर टहलते देखे जा रहे हैं, और पकड़े जाने पर अजीबो-गरीब तर्क दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला वाराणसी के दुर्गाकुंड चौकी क्षेत्र में देखने को मिला। दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज गुरूवार सुबह अपने क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। उसी समय एक मोटरसाइकिल पर पांच लोग सवारी करते मिले तो उन्होंने हाथ देकर रोक दिया, कारण पूछा तो बोले घर में बोर हो रहा था इसलिए सोचा ससुराल घूम आऊं। पूरे देश से ख़बरें आ रही है कि लोग लॉकडाउन का अक्षरशः पालन नहीं कर रहे हैं और यह आने वाले दिनों में घातक हो सकता है। लोग सड़कों पर घूमने निकल रहे हैं और पकडे जाने पर ऐसे तर्क दे रहे हैं कि पुलिसकर्मी अपना सर पीट ले रहे हैं। ताज़ा मामला दुर्गाकुंड चौकी क्षेत्र का है, जब चौकी इंचार्ज प्रकाश सिंह अपने क्षेत्र में गश्त कर रहे थे उसी समय एक मोटरसाइकिल पर एक नहीं बल्कि पांच लोग आते दिखाई दिए। चौकी इंचार्ज ने लॉकडाउन में घूमने का कारण पूछा तो बाइक चला रहे युवक ने कहा कि साहब घर में बैठे-बैठे बोर हो गया था। सोचा कि परिवार के साथ ससुराल घूम आऊं। युवक की इस बात पर चौकी इंचार्बज ने बच्चों और महिला को देख कर अपने गुस्से को किसी प्रकार काबू में रखते हुए युवक को परिवार के साथ घर में ही रहने की नसीहत दी। इसके साथ ही युवक को उसके घर वापस भेज दिया। दरोगा और सिपाहियों ने कहा कि दिन भर में सड़क पर ऐसे कई लोग मिल जाते हैं जो बाहर निकलने का कारण पूछने पर अजीबोगरीब तर्क देते हैं।
सपरिवार ससुराल घूमने जा रहे बाइक सवार युवक ने पकड़े जाने पर कहा कि घर में बैठे-बैठे हो रहे थे बोर
