आजमगढ – बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सर्व शिक्षा अभियान की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाते हुए पुरानी किताबों को डंप कर रखने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर प्रयास सामाजिक संगठन के पदाधिकारी शुक्रवार को मंडलायुक्त से मिले। पदाधिकारियों ने कहाकि परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वालों बच्चों के सामानों की इतनी बड़ी खेप कहीं और इशारा कर रही है।
प्रयास के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहाकि बीते 1 अगस्त को उपजिलाधिकारी सदर ने तहसीलदार सदर के साथ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पीछे सर्व शिक्षा अभियान के स्टाक में छापा मारा था। वहां पिछले वित्तीय वर्ष की कई हजार किताबें, जूता, मोजा डंप पड़े मिले। जिसके सम्बंध में बीएसए देवेन्द्र पाण्डेय कोई अभिलेख एसडीएम के सामने नही दिखा सके तो एसडीएम ने डंप पड़े सामानों को सीज कर दिया। अब बीएसए द्वारा कहा जा रहा है कि एसडीएम सदर को शासनादेश की जानकारी नही है, बची किताबों को इस वर्ष समायोजित कर दिया आएगा। उन्होंने कहाकि एक तरफ परिषदीय स्कूलों की सामाग्रियां डम्प पड़ी हैं तो दूसरी तरफ पिछले वर्ष कई विद्यालयों के बच्चो को पढ़ने और पहनने की समाग्रियां नही मिल पाई थी। शिक्षा विभाग बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। साथ ही सर्व शिक्षा अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। विभाग में बैठे ऐसे लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए ताकि सरकार के इस अभियान को गति मिले सके। प्रयास प्रतिनिधिमंडल ने मंडलायुक्त से मांग किया कि पूरे मामले की गंभीरता पर आवश्यक कदम उठाया जो भविष्य के लिए नजीर का काम करें।
इस अवसर पर डा. विरेन्द्र पाठक, रामसेवक, सुनील राय, अभिषेक सिंह, रिंकू सिंह, अतुल श्रीवास्तव, इंजी. सुनील यादव, डा. हरिगोविंद विश्वकर्मा, हरिश्चंद, राजीव शर्मा आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़