*पांच दिन तक रखा हिरासत में, मां ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार
*कप्तान ने दिये जांच के आदेश
हरदोई- जिले की सर्विलासं टीम इस समय बिल्कुल बेलगाम होकर काम कर रही है। अपने ही आलाधिकारियों की आंखो में धूल झोंकने से बाज नही आ रहे है।शुक्रवार को पुलिस लाइन में कप्तान की मौजूदगी में सर्विलांस टीम ने एक ऐसा खुलासा किया जिससे लोगो के कान खडे हो गये। थाना मल्लावां के गांव कंथरी निवासी अश्वनी उर्फ भूरा पुत्र राजेश कुमार कुर्मी उम्र 21 वर्ष को पत्रकारों के सामने पेश किया और बताया कि इसके पास से 5 मोटरसाइकिलें बरामद हुयी है और दो नम्बर प्लेंटे। इसी बात पर उसे जेल भेज दिया गया।
आईये बताते है आपको हकीकत 20 सितम्बर 2014 को अश्वनी के सामने उसके मामा की गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। जिसमें गांव के ही फदल्ले, उत्तल व जनमैजय को जेल भेज दिया गया था उस समय अश्वनी नाबालिग था। 16 सितम्बर 2018 को अश्वनी की कोर्ट में गवाही थी जब वह गवाही देने के लिए घर से निकला तो हत्यारोपियों व पुलिस की सांठ गांठ के चलते उसे रास्ते से
उठा लिया गया और उसे मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में जेल भेज दिया गया जिससे वह गवाही न दे पाये। जब जब उसका गवाही देने का समय आया तो पुलिस जेल भेजती रही। इस दौरान वह सीतापुर जेल से बीएस नर्सिंग कोर्स कर रहा था। इधर ताबडतोड मोटरसाइकिल चोरी की कई घटनायें हुयी जो पुलिस के लिए सिर दर्द बनी हुयी थी। इसलिए पुलिस ने पांच दिन पहले अश्वनी को सीतापुर से उठा लाई। इस दौरान पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगो को पकडा जिनके पास से चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद हुयी लेकिन पुलिस नें सबको छोड दिया। अश्वनी
के पास एक मोटरसाइकिल मिली जो उसके पिता के नाम है जिसका नंम्बर यूपी 30 वाई 1498 यह मोटरसाइकिल 2014 माॅडल है। अश्वनी को गिरफ्तार करे पुलिस उसे कोतवाली देहात ले आई जहां उसे प्रताडना दी गयी और उसकी मोटरसाइकिल से
नम्बर प्लेट तोड कर फेंक दी गयी और उसका इंजन नम्बर बदलवा दिया गया। इस वक्त जो अश्वनी की मोटरसाइकिल में जो इंजन है वह आरसी के नम्बर से मेल नही खा रहा है इसलिए पुलिस ने उसकी ही मोटरसाइकिल का उसपर आरोप लगाते हुये चार अन्य मोटरसाइकिल चोरी का आरोप उसके सिर मढ दिया। जानकारी मिलने पर अश्वनी की मां कोतवाली देहात पहुची जहां उसके बेटी से उसे मुलाकात नही
करनी दी गयी। उसे कोतवाली में ही टूटी नम्बर प्लेट मोटरसाइकिल की मिली।
जिसे लेकर वह जिलाधिकारी व एसपी के पास पहुच कर अपने बेटो को निर्दोश होने की बात कही।जानकारी मिलते ही स्वाट टीम ने अश्वनी को कोतवाली देहात से ले जाकर सुरसा सिफ्ट कर दिया और शुक्रवार को पत्रकारों के सामने पेश कर उसे मोटरसाइकिल चोर का सरगना घोषित कर दिया। जब इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी को हुयी तो उन्होने स्वाट टीम में शामिल प्रभारी
आलोक कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार यादव, दरोगा नसीर खान, सिपाही मंजेश यादव, सिपाही प्रसून वमा, सर्विलांस के इरफान, राहुल कुमार तथा ओम कुमार यादव के खिलाफ जांच के आदेश दिये। उन्होने कहा कि यदि इसमें कोई दोषी पाया गया तो उसक खिलाफ कडी से कडी कार्यवाही होगी।
रिपोर्ट आशीष सिंह हरदोई