बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। इन दिनों सर्दी का कहर जारी है इसके मद्देनजर ह्रदय रोगियों व बच्चों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ठंड के मौसम में दिल से जुड़ी बीमारियों की संभावना बहुत बढ़ जाती है। इस मौसम में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल बहुत ज़्यादा बढ़ने लगता है। जिस वजह से लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे है। हार्ट अटैक के मामले अब इतने आम हो चुके हैं कि ये अब युवा भी इसके शिकार हो रहे है। ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ मोहम्मद कलीम ने बताया कि आखिर ठंड के मौसम मे हार्ट अटैक का खतरा क्यों बढ़ जाता है। इस मौसम में तापमान कम होने से नसें सिकुड़ने लगती है। जिस वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। साथ ही कई बार पहले से जमा कॉलेस्ट्राल टूट जाता है जिस वजह से नसों ब्लॉक हो जाती हैं। इस वजह से सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक की सम्भावना बढ़ जाती है। हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार सर्दियों में सुबह के समय हार्ट अटैक के मामले 53 प्रतिशत से ज़्यादा होते है। अपने खानपान और लाइफस्टाइल पर पूरा ध्यान देने की जरूरत है। रात का भोजन हल्का फुल्का करें और कोशिश करें कि रात 8 बजे से पहले खाना खा लें समय पर सोएं साथ ही 7 से 8 घंटे अपने दिमाग और शरीर को आराम दें। खाने में रिफाइंड तेल का इस्तेमाल कम से कम करें। योग और एक्सरसाइ रोजाना करें। वर्क लोड का ज़्यादा प्रेशर ने ले। नारात्मकता से दूर रहें और अपनी एनर्जी पॉज़िटिव चीज़ों में लगाएं। साथ ही अपने वजन पर नियंत्रण रखें। अगर आपको हाई कोलेस्ट्रॉल हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की बीमारी है तो डॉक्टर से सलाह कर इसको कंट्रोल में रखे। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ गयास अहमद अंसारी ने बताया कि सर्दी के मौसम में बच्चों को निमोनिया और कोल्ड डायरिया का खतरा बढ़ जाता है। कोल्ड डायरिया से शिशु को उल्टी दस्त और निमोनिया में बलगम वाली खांसी बुखार ठंड लगना और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है अगर बच्चों को सही समय पर इलाज नहीं मिले तब यह खतरनाक साबित हो सकता है।।
बरेली से कपिल यादव