जयपुर/जैसलमेर/राजस्थान। प्रदेश सरकार जैसलमेर को सुनहरा शहर बना अगले तीन महीनों में एक सख्त सुरक्षा कवर लगाकर निगरानी स्तर को बढ़ाने की प्रक्रिया में है। विभिन्न गतिविधियों पर जांच रखने के लिए शहर में लगभग 500 उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे स्थापित किए जाएंगे।
राज्य सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग पूरे शहर में कैमरे स्थापित करने और नियंत्रण कक्ष या ‘अभय कमांड सेंटर’ की स्थापना महिला पुलिस स्टेशन में की जा रही है।
जैसलमेर के सभी प्रमुख चौराहे और सड़कों पर कैमरों की स्थापना के लिए स्तंभ स्थापित किए गए हैं। हालांकि, मुख्य सड़कों पर काम अभी भी चल रहा है। अभय कमांड सेंटर के इस पहले चरण के बाद, आगामी चरणों में पोखरण समेत जिले के अन्य प्रमुख गांवों और कस्बों में कैमरे स्थापित होने की संभावना है।
कैमरे पुलिस को सार्वजनिक स्थानों पर किए गए अपराधों में अपराधियों के खिलाफ साक्ष्य इकट्ठा करने की अनुमति देंगे, जिसके परिणामस्वरूप शहर में अपराधों में कमी आ सकती है। आने वाले दिनों में, इन कैमरों को भी जीपीएस सिस्टम से जोड़ा जाएगा। जैसलमेर कलेक्टरेट में तीन स्थानों पर खंभे पर पहले चरण में स्थापित कैमरों का परीक्षण भी सफलतापूर्वक किया गया है।
इन कैमरों को इंटरनेट के माध्यम से संचालित किया जाएगा। इसके लिए, पूरे नेटवर्क के लिए अलग ऑप्टिकल फाइबर केबल्स और पावर कनेक्शन स्थापित करने का काम भी प्रगति पर है। प्रत्येक खंभे – आरएफ और बुलेट पर दो प्रकार के कैमरे लगाए जाएंगे, जिनमें से बुलेट कैमरों में रात दृष्टि क्षमता होती है। इसके अलावा, सरकार ने इस काम में लगे विभिन्न कंपनियों को शहर में कैमरे स्थापित करने का कार्य दिया है।
पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने कहा कि एक कमांड सेंटर की स्थापना शहर में पुलिस व्यवस्था की लगातार निगरानी करने में मदद करेगी और अपराधों के मामले में जांच कार्य प्रभावी ढंग से किया जाएगा।
-दिनेश लूणिया,पाली-राजस्थान