राजस्थान/बाड़मेर- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की धर्म रक्षक घुमंतू जाति परियोजना के अंतर्गत बाड़मेर में संचालित घुमंतू छात्रावास का तृतीय वार्षिक उत्सव वह भामाशाह सम्मान समारोह रविवार को टाउन हॉल में सम्पन्न हुआ, मीडिया प्रभारी अजयनाथ गोस्वामी ने बताया कि दीप प्रज्वलन व अतिथि सत्कार के बाद गुरुकुल अध्यक्ष विक्रमसिह तारातरा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गुरुकुल के छात्र-छात्राओं द्वारा योग व सूर्य नमस्कार की मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता निंबाराम क्षेत्र प्रचारक राजस्थान क्षेत्र ने कहा कि घुमंतु जातियों का राष्ट्रवाद के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है राजधर्म का पालन करने के लिए अनेक जनजातीय घुमंतू हो गई घुमंतु जातियों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं समाज के भामाशाह द्वारा चिंतन किया गया, आपने घुमंतू जनजातियों के स्वर्णिम इतिहास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की एवं घुमंतू जनजाति के सामाजिक आर्थिक जीवन की क्या दशा एवं दिशा है उसे पर विस्तृत रूप से बात रखी, आपने बताया कि घुमंतू जनजातियों के उत्थान हेतु इस प्रकार के छात्रावास के साथ-साथ स्थाई रोजगार की व्यवस्था हेतु चिंतन मनन करना होगा।
मुख्य अतिथि कृष्ण कुमार विश्नोई राज्य मंत्री राजस्थान सरकार ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा घुमंतू जनजातियों के उत्थान हेतु अंत्योदय योजना चलाई जा रही है तथा राजस्थान सरकार द्वारा घुमंतू जनजातियों के लिए स्थाई निवास हेतु पट्टों का वितरण किया जा रहा है। जल्द ही बाड़मेर सहित अन्य स्थानों पर घुमंतू छात्रावास का निर्माण कार्य करवाया जाएगा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष समाजसेवी मूलाराम पावड़ा अपने उद्बोधन में कहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से घुमंतू जातियों को मुख्य धारा में लाने का जो केंद्र महादेव गुरुकुल घुमंतू छात्रावास बना है उसमें जिनका सहयोग सराहनीय है, देश को आजाद होने के पचहत्तर साल बाद भी इन जातियों की सुद लेने वाला कोई नहीं था राष्ट्रीय सेवक संघ ने इस कार्य को अपने हाथ में लिया है जिससे कि इन जातियों को रहने के लिए 21000 पट्टे दिए गए और सरकार ने 25000 की घोषणा भी इस बजट में की गई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा से ही अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति के लिए विचार मनन करता है उसका ही नतीजा है कि आज पूरे राजस्थान में इतने छात्रावास और इन जातियों के लोगों का उत्थान होना संभव सा लगता है।
समाजसेवी बहादुर सिंह बामरला ने अपने उद्बोधन में घुमंतू जाति के बच्चे बहुत मेघावी होते है एवं इनमें सीखने की शक्ति बाकी बच्चो की अपेक्षा अधिक है, छात्रावास के बच्चों का अनुशासन अद्भुत है, घुमन्तु छात्रावास की कार्यकारिणी का कार्य बहुत ही सराहनीय विष्णु कुमार चिकित्सा अधिकारी , जयराम दास मेघवाल, हनुमान राम बिश्नोई, गजेंद्र सिंह खारा, पवन कुमार भाटी, भीखसिंह रड़वा, प्रभु दान आरंग, एडवोकेट मोहन सिंह, पृथ्वी सिंह भिंयाड़, शंकर सिंह राजपुरोहित, छगनलाल मेघवाल, करणाराम कड़वासरा और जंभेश्वर महाविद्यालय ने एक-एक बच्चे को गोद लिया।
इस अवसर पर प्रबुद्ध जन नंदलाल जोशी वरिष्ठ प्रचारक राजस्थान क्षेत्र, निम्ब सिंह अखिल भारतीय सीमाजन कल्याण समिति, स्वरूपदान संगठन मंत्री सीमाजन कल्याण समिति, विभाग प्रचारक जगदीश कुमार, जिला प्रचारक महावीर कुमार, प्रियंका चौधरी विधायक बाड़मेर , आदूराम मेघवाल चौहटन विधायक, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, अनंतराम बिश्नोई, दीपक कड़वासरा, बालाराम मूढ़, वरिष्ठ अधिवक्ता अम्बा लाल जोशी उपस्थित रहे, फतेहसिंह ने अतिथियों का परिचय करवाया घुमन्तु छात्रावास संचालक समिति के कार्यकारिणी सरक्षक सुशील भंडारी ,मुकेश सोनी, अजयनाथ, कालू जांगिड़,संजय सिंह , प्रकाश भूतडा, दिलीप लोहिया, भेराराम देवासी,विकास वडेरा, रजनीकांत शर्मा,हितेश सोनी, संदीप उपाध्याय, रतन सिंह, मीना बोहरा, हर्षा जैन, ललिता जैन, अनीता चौहान छात्रावास अधीक्षक रेखा नाथ ,केसी देवी उपस्थित रहे। जिला घुमंतू कार्य संयोजक मेघराज सिंह राजपुरोहित ने आभार व्यक्त किया लोगों, मंच संचालन प्रेम सिंह राजपुरोहित ,डॉ रणवीर सिंह किया।
– राजस्थान से राजूचारण