समाजसेवी मैनुदिन खान से शहीद के परिजनों को दिया एक एक लाख का चेक

देवारिया – समाजसेवी मैनुदिन खान ने आज वो कर दिखाया जो एक सच्चे हिंदुस्तानी को करना चाहिये लोग शहीदों की शहादत को बस कुछ दिन याद करते है और भूल जाते है लेकिन मैनुदिन खान ने आज एक अलग कार्य किया उन्होंने शहीदों की शहादत पर आज बरनवाल मैरिज हाल में एक शाम शहीदों के नाम का कार्यक्रम आयोजित कर शहीद परिजनों को एक एक लाख का चेक दे कर आर्थिक मदत की ।समाजसेवी मैनुदीन खान और पत्रकारों द्वारा आयोजित कार्यक्रम एक शाम शहीदों के नाम बरनवाल मैरिज हाल में किया गया कार्यक्रम का शुभारभ शहीद के परिजनों ने दीप प्रज्वलित कर के किया जिसके बाद नवज्योति पब्लिक और अम्बेडकर इंटर नेशनल स्कूल के बच्चो ने अपनी देश भक्ति के गीतों पर अपनी प्रस्तुति की जिसके बाद महुआ चैनल के कलाकार मनोहर सिंह राकेश तिवारी श्रेयांश मिश्रा और गुलशन ने देश भक्ति गीतों से लोगो का मनमोह लिया।

कार्यक्रम में आये शहीद विजय कुमार मौर्य की पत्नी विजय लक्ष्मी और शहीद प्रेमसागर की पत्नी ज्ञान्नती देवी और शहीद हेमराज की पत्नी सुशीला देवी को समाजसेवी मैनुदिन खान की तरफ उनके भतीजे शोयब खान ने शहीद के परिजनों को एक एक लाख का चेक दे कर सम्मानित किया ।

वही समाजसेवी मैनुदीन खान ने कहा कि मुझे राजनीतिक पार्टियों से कई बार फोन आया पार्टी ने मुझे अपना उम्मीदवार भी बनाया लेकिन मैने मना कर दिया मुझे राजनीति में कोई शौख नही है व्यक्ति में केवल जज्बा हो तो वो हर काम कर सकता है जो एक राजनेता नही कर सकता मुझे समाजसेवा करने में बहुत खुशी होती है । आज पूरा देश चैन की नींद सो रहा है तो वो केवल इन वीर जवानों के बदौलत पुलवामा में हुये आतंकी हमले में हमारे 44 जवान शहीद हो गये लोग उन्ही शहादत को कुछ दिन याद कर के भूल जाते है यहाँ तक कि उनकी शहादत पर लोग राजनीत करते है।आज उन वीर जवानों के शहादत पर हम उनके परिवार की सम्मान करते हुये एक शाम शहीदों के नाम का कार्यक्रम कर उन वीर जवानों को याद किया।

वही मैनुदिन खान के बचपन के दोस्त विक्रम ने बताया कि मैनुदिन खान में बचपन से देश प्रेम की भावना है वो देश भक्ति कार्यक्रमो में हमेशा बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते है। आज जो कार्यक्रम हुआ एक शाम शहीदों के नाम यह कार्यक्रम जिले में पहली बार हुआ जिसके लिये मैं पत्रकार भाइयो को हार्दिक बधाई देता हूं।

वही समाजसेवी मैनुदिन खान और पत्रकारों द्वारा सम्मान पाकर शहीद प्रेम सागर का बेटा ईश्वर चन्द्र रो पड़ा और कहा कि समाजसेवी मैनुदीन खान और पत्रकार भी इस तरह का कार्यक्रम कर सकते है जो इतने दिन बाद भी हम लोगो को याद किये और एक एख लाख का चेक दिए और मंच पर सम्मानित किये। यह संम्मान पाकर मुझे गर्व हुआ कि मैं शहीद का बेटा हूँ ।

– अनूप यादव

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