झाँसी। बहुचर्चित माफिया और कुख्यात अपराधी बंगरा के पूर्व ब्लाक प्रमुख लेखराज सिंह यादव ने आज झांसी के गरौठा एसडीएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। जहां से उसे पुलिस अभिरक्षा में कारागार भेज दिया गया। यहां मीडिया से बातचीत करते हुए लेखराज ने अपने एनकाउंटर की आशंका जताई है।
गौरतलब है कि झांसी के रानीपुर नगर पंचायत के पार्षद पर मारपीट कर रंगदारी मांगने का आरोपी लेखराज व उसके सहयोगियों को पुलिस सरगर्मी से तलाश कर ही थी। इसी प्रकारण में तत्कालीन मऊरानीपुर थाना प्रभारी सुनीत सिंह और लेखराज सिंह का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें इंस्पेक्टर सुनीत सिंह ने लेखराज सिंह को एनकाउंटर की धमकी देते हुए अपने ऊपर बबीना विधायक व जिलाध्यक्ष भाजपा का प्रेशर बताया था। इस ऑडियो को आधार बनाते हुए जांच हुई और सुनीत सिंह के ऊपर लगे आरोप सही साबित हुए। जिसके आधार पर सुनीत सिंह की सेवाएं समाप्त कर उसे पुलिस की नौकरी से ही बर्खास्त कर दिया गया था। पुलिस लेखराज सिंह व उसके पुत्रों एवं सहयोगियों की सरगर्मी से तलाश कर रही थी।
आज सुबह-सुबह झाँसी के गरौठा एसडीएम कोर्ट में लेखराज सिंह ने आत्मसमर्पण कर सबको चौंका दिया। यहां से उसे पुलिस अभिरक्षा में जिला कारागार भेजा गया। सरेंडर करने के बाद लेखराज सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उसे अपने एनकाउंटर की आशंका है। उसने आशंका जताते हुए कहा कि प्रशासन उसका ट्रांसफर अन्य जिले की जेल में करेगा और वह भी रात में। जहां उसे पूरी संभावना है कि एनकाउंटर कर दिया जाएगा और बाद में कहा जाएगा कि यह पुलिस को चकमा देकर मय हथकड़ी के भाग रहा था। इसलिए उसे गोली मार दी गई। उसने स्वीकार किया कि उस पर हत्या, लूट व अवैध वसूली के दर्जनों मामले हैं, लेकिन उसने अपने जीवन में कभी किसी से वसूली, जमीन पर कब्जा और अन्य अपराध नहीं किए। पुलिस ने उसे जबरन अपराधी बनाया है। यदि सही जांच की जाए तो अधिकांश मुकदमे झूठे और फर्जी साबित होंगे।
-उदय नारायण ,झांसी