गोरखपुर।ऑल इंडिया रिटेल मोबाइल एसोसिएशन के वर्षगांठ पर बीआरडी मेडिकल द्वारा चेतना तिराहे पर रक्तदान शिविर आयोजित किया गया जिसमें रक्त दाताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए रक्तदान किया सदर तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा रक्तदान कर मिसाल कायम किया जिससे रक्त से किसी की जान बचाई जा सकी वही आईजीएल गिड़ा में कार्यरत सीनियर बॉटलिंग अफसर गाजीपुर निवासी विजय कुमार गुप्ता ने 26 बी बार रक्तदान कर रक्त से किसी की जान ना जाए सबसे पहले सातवीं कक्षा में पढ़ाई करते समय रक्तदान किया था सदर तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा ने बताया कि रक्तदान से किसी का जीवन बचाया जा सकता है हर सेकंड किसी को रक्त की जरूरत होती है और आप अपने कीमती रक्त का एक छोटा हिस्सा दान करके किसी जरूरतमंद की मदद कर सकते हैं चूंकि रक्त को बनाया नहीं जा सकता है इसलिए बीमार व्यक्ति को रक्त पाने और चोट या बीमारी से उबरने के लिए डोनर्स यानी दाताओं पर निर्भर रहना होता है लेकिन ऐसा नहीं है कि जिसे रक्त दिया जा रहा है उसे ही सेहत को लेकर फायदा है रक्त देने वाले को भी कुछ स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं कुछ लोगों का मानना है कि रक्त दान करने से कमजोरी और अन्य बीमारियां हो सकती हैं जो कि बिल्कुल गलत है
ऐसा नहीं है कि साल में एक बार रक्तदान कर चुके हैं तो दोबारा नहीं कर सकते हैं दो रक्तदान के बीच न्यूनतम समय का अंतर कम से कम 3 महीने होना चाहिए हालांकि 18 से 65 साल के बीच और वजन 45 किलो से ज्यादा है तो किसी भी व्यक्ति द्वारा रक्त दान किया जा सकता है इसके लिए हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर से ज्यादा होना चाहिए
रक्त दान से वजन घटाने में भी मदद मिलती है एक बार रक्त दान कर 650-700 कैलोरी कम कर सकते हैं हालांकि वजन कम करने का यह एकमात्र तरीका नहीं हो सकता है रक्तदान मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए एक सकारात्मक कदम साबित होता है।
इस दौरान डाक्टर राजेश राय राकेश मिश्रा मिनाक्षी दिनेश मोदी व अन्य मौजूद रहे।