*सावरकर के लिए की भारत रत्न की मांग
*महराष्ट्र और एमपी में पाठ्यक्रम में संविधान की प्रस्तावना पढ़ाये जाने को बताया सही कदम
हरदोई – यूपी दिवस के मौके पर जिले के प्रभारी और प्रदेश सरकार में औधोगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने आज हरदोई में कई परियोजनाओं का लोकार्पण करने के साथ कई महिलाओ को पुरस्कृत भी किया, हरदोई में यूपी सरकार के मंत्री सतीश महाना ने आज मायावती के सीएए पाठ्यक्रम को लेकर आये ब्यान पर पलट वार किया वही अलीगढ विश्व विद्यालय के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन के सावरकर नहीं हूँ बाले ब्यान पर कहा कि वो कभी उनकी बराबरी नहीं कर सकते।
मायावती के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें सत्ता में आना ही नहीं है मायावती की पार्टी उत्तर प्रदेश में इतिहास बनने जा रही है कम से कम वह इतिहास लोग याद रखेंगे कि कभी एक पार्टी हुआ करती थी वह अपने इतिहास की चिंता करें बाकी देश का इतिहास गौरवशाली इतिहास है उसको पढ़ाया जाएगा और जो वास्तविकता है जो सत्य है जो आम जनता से जुड़े हुए प्रकरण है जो इस देश के स्वाभिमान से जुड़े हुए हैं वह सारे के सारे पढ़ाए जाएंगे।
अलीगढ विश्व विद्यालय के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन के सावरकर नहीं हूँ बाले ब्यान पर कहा वह सावरकर की बराबरी कर ही नहीं सकते सावरकर ने देश के लिए अपना सर्वस्व दान कर दिया था सावरकर दिन कठिन परिस्थितियों के अंतर्गत जिस काला पानी में वहां पर रहे वहां पर यह जाने के रास्ते में बेहोश हो जाएंगे उसकी बराबरी तो यह लोग वैसे भी नहीं कर सकते अपने उन्होंने देश के लिए सावरकर एक देश का सौभाग्य है कि सावरकर जैसे लोग देश को दिशा दिखाने के लिए स्वयं जिन्होंने अपने आपको समाज और देश के लिए समर्पित किया वह सावरकर है सावरकर की बराबरी कहां से करते हैं,
इसके बाद जब कैबिनेट मंत्री सतीश महाना से पूछा गया कि क्या वह सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग करते हैं तो उन्होंने कहा निश्चित रूप से भारत रत्न की मांग हम करते हैं।
-आशीष सिंह हरदोई यूपी