बरेली। सड़कों पर आवारा कुत्तों का आतंक है, मगर कुत्तों को पकड़ने के लिए नई कंपनी के निर्धारण को नगर निगम प्रशासन ने अभी तक टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी कुत्तों को पकड़ने का अभियान कागजों में कैद है। जबकि पुरानी कंपनी का अनुबंध एक सप्ताह पहले ही समाप्त हो चुका है। दरअसल, बीते दिनों नगर निगम बोर्ड बैठक में पार्षदों ने कुत्ता और बंदरों को पकड़ने का मुद्दा उठाया था। निगम के अफसरों पर उदासीनता का आरोप लगाया था। मेयर डॉ. उमेश गौतम ने शहर की चारों जोन मे अलग-अगल कंपनी को कुत्ता पकड़ने के लिए निर्धारित करने संबंधी आदेश दिया था लेकिन अफसरों का रवैया अभी तक उदासीन बना हुआ है। साथ ही परसाखेड़ा में एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर का संचालन लंबे समय से अटका हुआ है। हालांकि निगम का तर्क है कि जब तक नई कंपनी नामित नही होती है तब तक पूर्व मे नामित कंपनी के कार्यकाल मे नियमानुसार विस्तार किया गया है।।
बरेली से कपिल यादव