बरेली। सट्टेबाजों के जाल में फंसे एक युवक ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। परिवार के लोगों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। उसका उपचार चल रहा है। युवक की जेब से एक नोट मिला है। जिसमें 18 लाख रुपये सट्टेबाजों को देने की बात लिखी है। युवक ने लिखा है कि सट्टेबाजों ने उसने बर्बाद कर दिया। उसने अपनी मां से माफी भी मांगी है। शहर के सुदामा नगरी निवासी अंकित को गुरुवार की सुबह जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। उसे लेकर आए दोस्त ने बताया कि अंकित ने कोई विषाक्त पदार्थ खा लिया है। अंकित की जेब से एक नोट बरामद हुआ है। जिसमें उसने लिखा है कि वह ऑनलाइन बुकिंग कर क्रिकेट लीग में सट्टा लगाने वालों के चंगुल में फंस गया। मां और पत्नी के जेवर बेचकर उसने 18 लाख रुपये सट्टेबाजों को दे दिए। चार पांच महीने सट्टेबाजों ने उसे कमाई भी कराई। इसके बाद रुपये देना बंद कर दिया। वह जब कर्ज से दब गया और रोटी को भी मोहताज हो गया। वह सट्टेबाजों से मिला और अपने रुपये मांगे तो उन्होंने उसे पीटा और मोबाइल छीनकर आईडी डिलीट कर दी। परिवार को बम से उड़ाने की धमकी दी। सट्टेबाज, किला, प्रेमनगर, फरीदपुर और इज्जतनगर, हाफिजगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले है। उसने कहा कि मां मुझे माफ कर देना। मैं आपको कोई खुशी नही दे सका। मेरी पत्नी का ख्याल रखना। वही दो दिन पहले दो ऑडियो वायरल हुये थे। इसमें अमेरिकन आईडी को लेकर सट्टेबाज शांति भाई और पंकज बात कर रहा है। जबकि सर्जन उर्फ शांति भाई अमेरिकन आईडी लेने की बात कर रहा है, पंकज उससे मना कर रहा है। फरीदपुर का संदीप, रिठौरा के सौरभ गुप्ता, प्रेमनगर में धर्मकांटे के पास रहने वाला सूद आईडी लेकर सट्टेबाजी कर रहे हैं। बानखाना का रहने वाला मोहसिन भी आईपीएल में अमेरिकन, कोचीन और महाराजा लीग में सट्टा लगवा रहा है। सट्टेबाजों ने हाल ही के दिनों में लाखों रुपये कमाये है।।
बरेली से कपिल यादव