बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। प्लाईवुड फैक्ट्री मालिक की हत्या की गुत्थी सुलझती दिखाई नहीं दे रही है। पुलिस कभी फिंगरप्रिंट तो कभी जीपीएस से लोकेशन ट्रेस करने के साथ-साथ रिश्तेदारी व परिजनों से पूछताछ करती देखी जा रही है। फिर भी पुलिस हत्यारों का सुराग नहीं लग रहा है। हाई प्रोफाइल हत्याकांड में हत्यारों का सुराग लगाना पुलिस अफसरों के लिए चुनौती बनता जा रहा है। संजीव गर्ग हत्याकांड के हर पहलू पर जांच पड़ताल इसलिए भी जरूरी समझी जा रही है क्योंकि सीधे डीजीपी कार्यालय से पुलिस पर खुलासे का दबाव बढ़ता जा रहा है। जिसको देखते हुए एडीजी राजकुमार ने खुद जाकर घटनास्थल का निरीक्षण कर पुलिस टीम को जल्द खुलासे के निर्देश दिए थे। पुलिस टीम अब हवा में तफ्तीश करती नजर आ रही है। शातिर हत्यारे पुलिस की पकड़ से काफी दूर हो चुके है। संजीव गर्ग की हत्या हुए 12 दिन बीत चुके है। पुलिस की कई टीमें जांच कर रही है। हर पहलू पर जांच पड़ताल करने के बाद भी पुलिस के हाथ कोई ठोस सबूत नहीं आए है। जिस वजह से हत्यारों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। जिस कारण परसाखेड़ा इकाइयों के उद्यमियों में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे है। पिछले दिनों एसएसपी से मिलकर जल्द खुलासे की मांग की जा चुकी है। पुलिस अफसरों का मानना है कि पुलिस जांच टीमें लगातार पड़ताल कर रही है। संदिग्धो के स्क्रैच तैयार कराने के साथ-साथ रिश्तेदारों से बातचीत कर जानकारी जुटाने के साथ ही हर पहलू पर जांच कर हत्या की गुत्थी सुलझाने की कोशिश की जा रही है। कई दिन बाद भी हत्यारों का सुराग न लगने पर लखनऊ से बरेली तक अफसरों में बेचैनी है।।
बरेली से कपिल यादव