बरेली/फतेहगंज पश्चिमी:-एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के तहत शुक्रवार को कस्वे के ब्लॉक परिसर में छह ब्लॉकों का एएनएम का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ।प्रथम बैच प्रशिक्षण में 11 से 2 बजे तक बहेड़ी,मुड़िया नवीबक्स,शेरगढ़ की एएनएम कार्यकर्ताओं तथा 2.30 से 4.30 तक मीरगंज,भोजीपुरा,फतेहगंज पश्चिमी एएनएम कार्यकर्ताओं को आईडीएसपी योजना के तहत संक्रामक रोगों की पहचान तथा इसकी निगरानी के संबंध में जानकारी दी गई।प्रशिक्षण में टीबी रोग विशेषज्ञ एसके गर्ग,डॉ अखिलेश्वर,एमओआईसी डॉक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जो बीमारियां संक्रामक हैं उन पर काफी तहकीकात करने की आवश्यकता है ताकि ये बीमारी महामारी का रुप न ले सके और समय रहते इन पर काबू पाया जा सके।उन्होंने इस संबंध में बताया कि यदि किसी संक्रामक रोग की पहचान की जाती है तो इसकी सूचना तुरंत जिला केन्द्र को भेजें ताकि इसके रोकथाम के लिए प्रयास किए जा सकें।प्रशिक्षण शिविर में बीएसडब्ल्यू मुकेश कुमार,हैलेंद्र कुमार सहित एएनएम मौजूद रहे।
*पॉलिथीन में बटी खाने के पैकेट*
पॉलीथिन का पर्यावरण पर जो दुष्प्रभाव हो रहा है उसका कारण ही पॉलिथीन थर्माकोल और प्लास्टिक पन्नी से बनी सभी वस्तुओं का जद्दोजहद है,पॉलिथीन बैन होने का निर्देश दे दिया गया है और पॉलिथीन बैन हुई थी परंतु कुछ दिन होने के पश्चात,फिर से पॉलीथिन का चलन होने लगा और निर्देश ज्यों का त्यों धरा का धरा रह गया।इसके बावजूद भी एएनएम प्रशिक्षण में खाने के पैकेट पॉलिथीन में बांटे जा रहे है।इस संबंध में प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि खाने के पैकेट जिले से आए हैं इसमें हमारा कोई संबंध नहीं है।जिले से जैसा आया था वैसे पैकेट बटवा दिए गए।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट