*मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री नारायण दत्त तिवारी के निधन पर दुःख व्यक्त किया
*मुख्यमंत्री ने दूरभाष पर श्री तिवारी के पुत्र से बात कर शोक संवेदना व्यक्त की
*मुख्यमंत्री के अनुरोध पर उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा दिल्ली जाकर श्री नारायण दत्त तिवारी के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ 20 अक्टूबर, 2018 को लखनऊ लाएंगे
*दिनांक 20 व 21 अक्टूबर, 2018 को उ0प्र0 में राजकीय शोक की घोषणा
लखनऊ – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए श्री तिवारी के शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री जी ने दूरभाष पर श्री तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी से बात कर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिजनों को धैर्य बनाए रखने तथा इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से कामना की।
मुख्यमंत्री जी ने उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा से अनुरोध किया है कि वे दिल्ली जाकर श्री तिवारी के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ लखनऊ लाएं। इस क्रम में उप मुख्यमंत्री 20 अक्टूबर को श्री तिवारी के पार्थिव शरीर को लखनऊ लाएंगे।
श्री तिवारी का पार्थिव शरीर 20 अक्टूबर को विधान भवन में अन्तिम दर्शन एवं श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए रखा जाएगा। इसी दिन मुख्यमंत्री जी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति विधान भवन में श्री नारायण दत्त तिवारी के पार्थिव शरीर को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। 20 अक्टूबर को ही सायं श्री तिवारी का पार्थिव शरीर पंतनगर, उत्तराखण्ड ले जाया जाएगा, जहां उनका अन्तिम दर्शन तथा श्रद्धांजलि अर्पित की जा सकेगी। 21 अक्टूबर को अन्त्येष्टि क्रिया सम्पन्न होगी।
मुख्यमंत्री जी ने इस सम्बन्ध में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश मुख्य सचिव को दिए हैं। साथ ही प्रदेश में दिनांक 20 व 21 अक्टूबर को राजकीय शोक की घोषणा की गयी है।
एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास और समृद्धि के लिए श्री तिवारी ने उल्लेखनीय कार्य किए। उन्होंने उत्तराखण्ड के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। श्री तिवारी द्वारा इन राज्यों में अनेक कल्याणकारी एवं विकास की योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया, जिससे समाज के सभी वर्ग लाभान्वित हुए। विकास पुरुष के रूप में उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्रालयों में कार्य करते हुए श्री तिवारी ने अपनी विशिष्ट शैली का परिचय दिया। सौम्य और मृदुभाषी श्री तिवारी एक कुशल प्रशासक होेने के साथ-साथ संसदीय परम्पराओं के ज्ञाता थे। उन्होंने देश के स्वाधीनता आन्दोलन में सक्रिय भाग लिया। देश व प्रदेश के प्रति की गयी उनकी सेवाओं को सदैव याद रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्री तिवारी ने हमेशा आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े तथा दबे-कुचले लोगों के लिए संघर्ष किया। अपने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए वे सदैव तत्पर रहे।