राजस्थान/बाड़मेर- श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा राहत कार्यों की शुरुआत माननीय चेयरमैन मनोज सिन्हा के निर्देशानुसार आज दूसरे दिन भी प्रभावी रूप से जारी रही। यह राहत सामग्री आज रियासी के साथ उधमपुर जिला प्रशासन को भी प्रदान की गई। यह पहल बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित परिवारों तक त्वरित सहायता पहुँचाने के उद्देश्य से की गई है, जिसमें सूखा राशन किट, बर्तन, कंबल, तिरपाल, टेंट और अन्य आवश्यक वस्तुएँ शामिल रही।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में रियासी एवं उधमपुर जिलों में हुई भीषण वर्षा और भूस्खलन की घटनाओं ने अनेक गाँवों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इस आपदा से उत्पन्न संकट की घड़ी में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने राहत और पुनर्वास कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाने का संकल्प लिया है। इस उपलक्ष्य में श्राइन बोर्ड ने लगभग 1200 से अधिक प्रभावित परिवारों को राहत पहुँचाने का कार्य कर दिया है। इसी क्रम में बोर्ड ने रियासी व उधमपुर जिला प्रशासनों को राहत सामग्री सौंपी। यह सामग्री प्राथमिकता के आधार पर जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाई जा रही है। श्राइन बोर्ड अपने लक्ष्य से अधिक परिवारों को सहायता प्रदान कर रहा है।
श्राइन बोर्ड की टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थानीय तहसील प्रशासन के सहयोग से कटरा के आसपास के दर्जनों गाँवों में राहत सामग्री का वितरण सुनिश्चित किया। टीमों ने जमीनी स्तर पर जाकर पीड़ितों की आवश्यकताओं का आंकलन किया और तत्काल सहायता प्रदान की। इसके अलावा, बोर्ड ने शक्ति भवन, निहारिका में अस्थायी आश्रय स्थलों की स्थापना की है, जहाँ पुराना दरूड गांव के विस्थापित परिवारों को सुरक्षित ठहरने की सुविधा प्रदान की जा रही है। इन अस्थाई आश्रय स्थलों में भोजन की भी निशुल्क व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
स्थानीय लोगों ने श्राइन बोर्ड की इस मानवीय पहल के लिए आभार व्यक्त किया। उनका कहना था कि आपदा के कठिन समय में बोर्ड ने न केवल अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई है, बल्कि संवेदनशीलता और सेवा भावना का भी परिचय दिया है। यह उल्लेखनीय है कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड जहाँ एक ओर लाखों श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को सुचारू बनाए रखने और सुविधाएं प्रदान करने में सदैव तत्पर रहता है, वहीं स्थानीय समुदाय की आवश्यकताओं को भी बराबरी से महत्व देता है। यह राहत अभियान इस बात का प्रमाण है कि श्राइन बोर्ड केवल एक धार्मिक संस्था नहीं, बल्कि समाज सेवा और मानवीय मूल्यों को आत्मसात करने वाली संस्था है।
– राजस्थान से राजूचारण