बरेली। शीशगढ़ कस्बे में गलियों में जगह-जगह बिजली के तार लटके हुए हैं, जिनसे लोगों को अपनी जान का खतरा बना रहता है। जर्जर तार और झुके हुए खंभे गलियों में मौत बनकर लटकते हैं। किसी दिन अगर कोई तार टूटकर गिर जाए या किसी तार से कोई छू जाए तो बड़ा हादसा हो सकता है। बिजली के खंभों पर लगे तारों के गुच्छे लटकते रहते है। शीशगढ़ कस्बे के मोहल्ला दर्जी चौक पर बिजली के जर्जर तार नीचे लटक रहे है। तार इतने अधिक नीचे लटक रहे हैं कि बच्चे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं मुहल्ला दर्जी चौक पर पत्रकार के दरबाजे के सामने बिजली का जर्जर तार टूटकर अचानक जमीन पर गिर गया। वहां खड़े पत्रकार बाल बाल बच गये। बिजली कर्मचारियों ने लापरवाही के साथ बिना किसी सपोर्ट के जर्जर तार लगाकर सप्लाई चालू कर दी थी।
लाइनमैन पर नही होता है अधिकारियों का असर
लाइनमैंन कितने बड़े लापरवाह है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जेई गिरीश कुमार ने जर्जर तारों को हटाये जाने का निर्देश लाइनमैन को दिया था लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक जेई का आदेश लाइनमैन के गले नही उतर सका है। लाइन मैन अपनी मनमानी पर उतारू है। मन के मुताबिक ही काम कर रहे है यही कारण है कि कस्बे की बिजली की लाइन जर्जर होती जा रही है। कभी हादसा हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। लेकिन बिजली विभाग के कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को नही समझ रहे है। उल्टे सीधे तार बांधकर अपनी जिम्मेदारी की खाना पूर्ति कर रहे हैं।।
बरेली से कपिल यादव