लखनऊ। शिया युवा संगठन हुसैनी टाइगर्स के संस्थापक एवं संरक्षक और विख्यात शिया लीडर शमील शमसी ने आज एक प्रेस वार्ता कर लखनऊ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए शमील शमसी ने कहा की दो दिन पूर्व पुराने लखनऊ के पुल गुलाम हुसैन पर लखनऊ की एक अंजुमन पर कथित हथगोला फेकें जाने की खबर शिया इलाकों में आग की तरह फैली हुई थी जिस पर शमील शमसी द्वारा एक वीडियो जारी कर इस मामले की FIR किए जाने की माँग की गई थी और साथ ही पुलिस के करीबी मौलाना यसूब पर इस मामले को दबाने का आरोप लगाया था । श्री शमसी ने कहा कि पुल गुलाम हुसैन एक बेहद संवेदनशील इलाका है जहां से कई बार एटीएस और दूसरी एजेन्सियो द्वारा आतंकी प्रवति के लोग पकड़े गए है बहुत बड़ी मात्रा में वहाँ से गैरकानूनी विस्फोटक और हथियार खुद ATS द्वारा रिकवर किए गए थे । मगर चौक पुलिस की इस क्षेत्र के असामाजिक तत्वों से हमेशा से दोस्ती रही है । पुल गुलाम हुसैन से हजारों बार शिया महिलाओं के साथ बदतमीजी और नोजवानों के साथ लिंचिंग की शिकायते मिलती रहती हैं मगर इस बाबत चौक पुलिस द्वारा कभी कोई कार्यवाही नहीं की गई । पिछली सरकार के समय शिया समुदाय यदि अपने वाहन पर अपना धार्मिक चिन्ह लगा कर इस इलाके से निकलता था तो उसको उस चिन्ह को छुपाना होता था और चौक पुलिस इस काम में उसकी मदद करने खड़ी होती थी और अपने हाथ से झंडा मोड़ कर रबर बैंड चढ़ा देती थी । मगर 2017 जब से योगी जी की सरकार बनी तब से त्रुस्तीकरण की राजनीति पर विराम लगा और पुल गुलाम हुसैन पर इस प्रकार किसी घटना की कोई खबर नहीं आई । मगर दो दिन पूर्व हुई इस घटना को बिना किसी जाँच के बिना FIR के पुलिस ने पटाखा साबित कर उल्टा शिया समुदाय पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया जिसका मैं कड़े शब्दों में विरोध करता हूँ श्री शमसी ने कहा की बजाय इसके की इस मामले की निष्पक्ष जाँच होती और अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR होती पुलिस द्वारा पीड़ित पक्ष को दबा कर मुह बंद करने की कोशिश कराई जा रही है श्री शमसी ने कहा की क्यों की उन्होंने पुराने लखनऊ के ही सादतगंज इलाके में एक शिवालय की भूमि को हेर फेर कर मुकतार अंसारी द्वारा बेचे जाने का खुलासा किया है इस लिए पुलिस मुझ पर दबाओ बना रही है । श्री शमसी ने कहा की एक प्रतिनिधिमण्डल जल्द मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस बाबत से अवगत कराऐगे की सच्चाई क्या है और इसके पीछे की साजिश क्या है ? शमील शमसी ने कहा की यदि पुलिस ने इस मामले की सही इन्वेस्टिगेशन ने नहीं की और सही दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज नहीं की तो वो अपने समर्थकों के साथ 7 अक्टूबर को चौक मंडी स्थित संगठन के कार्यालय से अपनी और अपने समर्थकों की गिरफ्तारी पेश करेंगे ।
– सहारनपुर से रविश आब्दी