बरेली। शिक्षामित्र इन दिनों सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात सरकार तक पहुंचा रहे है। शिक्षामित्र अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर मैदान में उतर चुके है लेकिन मौजूदा हालतों को देखते हुए शिक्षामित्रों ने अपनी मांगो को सरकार तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। बीते दिनों शिक्षामित्रों ने इसकी शुरुआत की थी। शनिवार को एक बार फिर शिक्षामित्रों ने ट्वीटर पर अभियान छेड़ा। #HBDयोगीजी_SAVE शिक्षामित्र इस समय इंडिया मे ट्रेंड कर रहा है। सीएम योगी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए पूर्व में उनके द्वारा शिक्षामित्रों के लिए किए गए वादे को याद दिलाया है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने कहा कि सीएम योगी ने कहा था कि शिक्षामित्रों की जिम्मेदारी अब उनकी है। शिक्षामित्रों के भविष्य को लेकर वह चिंतित है और उनकी समस्याओं का समाधान उनके द्वारा किया जाएगा। पांच साल बीतने को है लेकिन उनके द्वारा शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। शिक्षामित्र मानसिक अवसाद में जीने को मजबूर हैं। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में शिक्षामित्रों को न्याय दिलाने का संकल्प किया था। लेकिन चार साल में भी कुछ नहीं किया। इसके अलावा शिक्षामित्रों के भविष्य को स्थायित्व प्रदान करने, 11 माह की जगह 12 माह का वेतन देने की व्यवस्था करने, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में बनी हाई पावर 2018 की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने, मृतक शिक्षामित्र के परिवारों को 50 लाख रुपये अनुकंपा के आधार पर देने, एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।।
बरेली से कपिल यादव