शिक्षक चाहे तो  हर पत्थर की तकदीर बदल सकती है:राज्यपाल

भदोही। काशी नरेश राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय के प्रागण में अरूणाचल प्रदेश के राज्यपाल व्रिगेडियर (डॉ0) बाल दत्त मिश्र का अभिनन्दन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर अरूणाचल प्रदेश के राज्यपाल व्रिगेडियर डॉ. बाल दत्त मिश्र कि पत्नी नीलम मिश्रा को गार्ड आफ आनर की सलामी दी। तत्पश्चात् चित्रकला विभाग के पेन्टिग का अवलोकन किया, इसके पश्चात् राज्यपाल ने सरस्वती चित्र पर माल्यापर्ण कर दीपप्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। के0एन0पी0जी0 के छात्राओं द्वारा सरस्वती बन्दना, बन्देमातरम, व स्वागत गीत तोरा मन दर्पण कहलाये, मन ही ईश्वर, मन में बडा न कोई मन उजियार प्रस्तुत किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य ने विद्या के पावन मन्दिर में ऐसे होनहार छात्र पाकर स्वयं गौर्वान्वित महशूस कर रहा है। विधायक औराई दिनानाथ भास्कर ने कहा कि के0एन0पी0जी0 के प्रागण में इसी मिट्टी के निवासी पले और बढ़े, मुख्य अतिथि राज्यपाल व्रिगेडियर (डॉ0) बाल दत्त मिश्र का स्वागत किया, और कहा कि यह धरती मॉ सीता जानकी के नाम से जाना जाता है। विधायक भदोही रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी ने गंगा जमुना के बीच स्थित इस पावन पवित्र धरती पर जन्म लिये राज्यपाल जनपद का ही नही प्रदेश का नाम रोशन किया है।
इस अवसर पर सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त ने कहा कि भदोही धरती को गर्व है कि ऐसे कर्मठ अरूणाचल प्रदेश के राज्यपाल व्रिगेडियर डॉ. बाल दत्त मिश्र जो भारत का महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस प्रदेश में सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी महामहिम की होती है। लोकसभा क्षेत्र धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इनके गॉव में ही सत्संग भवन का निर्माण कराया जा रहा है। इस अवसर पर राज्यपाल व्रिगेडियर डॉ. बाल दत्त मिश्र ने कहा कि 1958 छः दशक पहले पास आउट हो गया। मैं आपके बीच आया हॅू, बड़ी खुशी मिल रही है, और गौर्वान्वित महशूस कर रहा हॅू। राज्यपाल ने विधायक रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी, विधायक दीनानाथ भाष्कर, सांसद वीरेन्द्र सिंह एवं के0एन0पी0जी0 के प्राचार्य को अरूणाचल प्रदेश के तरीके से स्वागत किया। अरूणाचल प्रदेश तीन देशों से भूटान, म्यामार, तिब्बत का बार्डर है। बार्डर पर हर जवान से मिलता हॅू, और कहा कि भारत की बार्डर के रक्षा के आये हो, जब-तक छाती में सास रहे तो चलना है, आगे चीन में जाना है, एक इन्च पीछे नही आना है, ईश्वर ने हमारा साथ दिया, मै फौज में था, जिन्दगी में अगर कोई मौका मिले तो अपने लोगो के लिए जरूर कुछ करिये, जरूर उपकार मानवता का ख्याल करिये। शिक्षक चाहे तो जैसे, हर पत्थर की तकदीर बदल सकती है, यदि सरीके की तरह से तरासा जाये, इस तरह की शिक्षक शिक्षा दे। छात्रों से कहा कि तुम यह कोशिश करने आये हो इस बात को ध्यान में रखो, कोई भी कार्य कर रहे है, आप मत सोचिए, जो दृढ़ता में निश्चय कर लेते है, उन्हे जरूर सफलता मिलती है, उन्होने कहा कि गर्व की बात है, इस महाविद्यालय में 70 प्रतिशत छात्राये, 30 प्रतिशत छात्र है, शिक्षा बहुत ही आवश्यक है, कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नही होना चाहिए, तभी समाज व देश विकसीत होगा। इसके पश्चात् विभूति नारायण राजकीय इण्टर कालेज सभागार में राज्यपाल का प्रधानाचार्य एवं राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक डा0 राजकुमार पाठक द्वारा माल्यापर्ण अंगवस्त्रम् एवं स्मृति चिन्ह बुके देकर स्वागत किया गया। महामहिम की धर्म पत्नी नीलम मिश्रा को अंगवस्त्रम् बुके देकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर नवोदय विद्यालय के छात्रो द्वारा सरस्वती बन्दना राष्ट्रगान, स्वागतगीत प्रस्तुत किया गया। राज्यपाल ने अपने जीवन शिक्षा दीक्षा पर प्रकाश डालते हुए छात्रों से कहा कि ध्यान से पढ़ेगे तो अच्छे मार्क्स मिलेगें। नई दिशा मिलेगी, एवं अनुशासन में रहना सीखे स्वालम्बन की तरफ बहुत बड़ी कामयाबी मिलेगी, समाज की आर्थिक व्यवस्था ठीक होगी हर विषय में आप प्रखर होगे आप युवा है, देश के भावी नेतृत्व कर्ता है, हमारे देश का ऐसा संयम है, सबका साथ, सबका विकास हो। इस अवसर पर सांसद वीरेन्द्र सिंह, विधायक भदोही रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी, विधायक औराई दीनानाथ भाष्कर, भाजपा अध्यक्ष हौसिला प्रसाद पाठक, लोकसभा पालक नागेन्द्र सिंह, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रवीस चन्द्र पाण्डेय,पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष पाण्डेय, आनन्द मिश्रा, उपजिलाधिकारी आशीष कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी रामकरन, प्राधानाचार्य नीरज त्रिपाठी, प्रवक्ता अशोक तिवारी लालचन्द, प्रमचन्द, रामगोपाल तिवारी, विश्वम्भर नाथ मिश्र, छात्र/छात्राये, शिक्षक गणमान्य नागरिक सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
पत्रकार आफ़ताब अंसारी

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