बरेली- राजभाषा हिंदी के प्रचार प्रसार के उद्देश्य से केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान एनसीईआरटी नई दिल्ली में शिक्षक कवि सम्मेलन के तहत एक कार्यशाला डिजिटल शिक्षा में राजभाषा हिंदी का बढ़ता प्रभाव पर दिनांक 26 एवं 27 सितंबर को एनसीईआरटी नई दिल्ली में संपन्न हुई। इसमें प्रतिभाग हेतु अखिल भारतीय साहित्य परिषद बरेली के उपाध्यक्ष राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त प्रधानाचार्य डॉ रवि प्रकाश शर्मा का चयन हुआ । प्रधानाचार्य डॉ रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ऐसी शैक्षणिक संरचना की अनुशंसा करती है जिसके मूल में भारतीय संस्कृति और भारतीय ज्ञान परंपरा निहित है। राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए हिंदी भाषा है जो राजभाषा की आवश्यकताओं की पूर्ति करती है ।हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार बढ़ाने तथा उसका विकास करने के लिए एनसीईआरटी द्वारा एक कार्यशाला और शिक्षक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका मूल विषय डिजिटल शिक्षा में राजभाषा हिंदी का बढ़ता प्रभाव था। कविता डिजिटल भारत की राष्ट्रीय स्तर पर खूब सराहना हुई ।उन्होंने बताया कि डिजिटल तथा एआई होने से राजभाषा हिंदी पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो रही है और लोकप्रियता प्रचार प्रसार बढ़ रहा है। राजभाषा विभाग केंद्रीय गृह मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक जगदीश राज पौरी, केंद्रीय शैक्षिक एवं प्रौद्योगिकी संस्थान एनसीईआरटी नई दिल्ली के संयुक्त निदेशक डॉ अमरेंद्र प्रसाद बेहरा, कार्यशाला समन्वयक प्रोफेसर रविंद्र पाल , एमपीडी प्रभारी प्रोफेसर राजेंद्र पाल ने धनराशि और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला में प्रतिभाग करने पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के अध्यक्ष साहित्य रत्न डॉ सुरेश बाबू मिश्रा, जिला अध्यक्ष बी के शर्मा ,मीडिया प्रभारी प्रवीण कुमार शर्मा, समाजसेवी कृष्ण स्वरूप सक्सेना ,कवि आनंद गौतम , कवि इंद्रदेव त्रिवेदी, कवि रोहित राकेश , पुरस्कृत शिक्षक वेलफेयर सोसाइटी के लाल बहादुर गंगवार सहित समस्त साथियों ने बधाई दी।
– बरेली से पी के शर्मा