वाराणसी- संयुक्त संघर्ष समिति (एस-4) उ0प्र0 के आह्वान पर जनपद इकाई वाराणसी के नेतृत्व में शिक्षक दिवस के दिन जनपद के 21 संगठनों के कर्मचारी शिक्षको ने बीएसए कार्यालय से जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च निकाल कर विरोध जताया और सरकार के विरोध में नारेबाजी की।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत दोपहर डेढ़ बजे बीएसए कार्यालय से जुलूस के रूप में बैनर तले शिक्षक व कर्मचारी पुरानी पेंशन की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए पुलिस लाइन होते हुए कचहरी स्थित जिला मुख्यालय पहुँचे। वहाँ पैदल मार्च विचार गोष्ठी में तब्दील हो गई। इस दौरान शिक्षक नेताओ ने कहा कि बुढ़ापे की लाठी जिस तरह छिनने के प्रयास में सरकार लगी हुई है इसका संगठन पुरजोर विरोध करेगा।आज तक हुए आंदोलन के बाद भी कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया।वक्ताओं ने कहा कि नई पेंशन योजना की सबसे बड़ी आपत्ति इसे शेयर बाजार में निवेश की जाएगी। जिसके रिफण्ड की कोई व्यवस्था नही है। जबकि माननीयों को एक साथ कई पेंशन मिल रही है।
वक्ताओं ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग कोई भीख नही है अपितु सेवक के सक्षमता पूर्ण ढंग से पूरे सेवाकाल में उसके वेतन से की गई कटौती की भरपाई तथा सम्मान से जुड़ा मुद्दा है।
इस दौरान प्रमुख रूप से सकलदेव सिंह, विनोद उपाध्याय, नवीन सिंह,शैलेन्द्र विक्रम सिंह, जयप्रकाश सिंह,दीपक पांडेय, रमेश सिंह, राजीव सिंह,बृजेश यादव,संतोष सिंह, विनोद सिंह, संतोष सेठ,रविन्द्र यादव, रमेश त्रिपाठी, अनिरुद्ध वर्मा,डॉ सीमा सिंह,गायत्री सिंह, मयंक सिंह, सुनील गुप्ता, रमेश यादव,डॉ एहतेशामुल हक, राजीव, संजय,आशीष,जितेंद्र, अखिलेश बीरेंद्र व सुरेन्द्र समेत सैकड़ो शिक्षक व कर्मचारी रहे।
शिक्षको व कर्मचारियों ने जिलाधिकारी के प्रतिनिधि स्वरुप पहुँचे एसीएम चतुर्थ नीता यादव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय मण्डल कॉर्डिनेटर वाराणसी