वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शनिवार को राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के शिक्षकों को विद्यावारिधि उपाधि के साथ-साथ बीएएमएस की टॉपर छात्रा को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मुख्य भवन में दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में कुलाधिपति राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश श्री शरद अरविंद बोबड़े तथा कुलपति प्रोफेसर हरेराम त्रिपाठी द्वारा बीएएमएस में सर्वोच्च अंक प्राप्त छात्रा ज्योति सिंह को स्वर्ण पदक एवं उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया गया तथा महाविद्यालय के चार शिक्षकों डॉ पदमलोचन संखुआ, डॉ अनुभा श्रीवास्तव, डॉक्टर मनीष मिश्रा तथा डॉ टीना सिंघल को विद्यावारिधि उपाधि प्रदान किया गया।
डॉ पद्म लोचन संखुआ ने डॉ अजय कुमार के निर्देशन में, डॉ अनुभा श्रीवास्तव और डॉ टीना सिंघल ने डॉ आशुतोष यादव के निर्देशन में तथा डॉ मनीष मिश्रा ने डॉ के के द्विवेदी के मार्गदर्शन में शोध कार्य को सम्पन्न किया।
इस मौके पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर नीलम गुप्ता ने सभी को बधाई दिया और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।