बरेली। जनपद के थाना शाही क्षेत्र के गांव गौसगंज में 19 जुलाई को हुए सांप्रदायिक बवाल के आठ और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। इससे पहले 35 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है। गौसगंज में 16 जुलाई को ताजिये निकालने के दौरान हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लोगों में कहासुनी हुई थी। हिंदू पक्ष का आरोप है कि अगले दिन मुस्लिम पक्ष ने बैठक कर बवाल करने की योजना बनाई। आरोपी अब्दुल ने 19 जुलाई को एक महिला के चेहरे पर लेजर लाइट डालकर छेड़छाड़ की। इसका विरोध करने पर उसने 65 लोगों को इकट्ठा कर हिंदू पक्ष पर लाठी-डंडे और लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इसमें पूर्व प्रधान के बेटे की मौत हो गई थी। पुलिस ने शनिवार को इस मामले में गौसगंज के यासीन उर्फ आसीन, उमर, निसार अली, रियासत अली, इसरार अहमद, नाजिम, बुंदन, बख्श और हासम को गिरफ्तार किया। हालांकि अब्दुल के जिन दो बेटों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है वे अभी पुलिस के हाथ नहीं आए है। पुलिस अधीक्षक दक्षिणी मानुष पारीक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में एक नामजद था। बाकी सात के नाम विवेचना मे सामने आए थे। बाकी आरोपियों को तलाश किया जा रहा है। इधर शनिवार को भीम आर्मी के एक प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस अधीक्षक दक्षिणी मानुष पारीक से मुलाकात कर मुस्लिम पक्ष के लोगों को निर्दोष बताया।।
बरेली से कपिल यादव