आजमगढ़-शादी के दस दिनों बाद ससुराल से गायब हुई पल्लवी के परिजनों को जब एसपी दरबार से न्याय नहीं मिला तो गुरूवार को पुलिस उप महानिरीक्षक से गुहार लगायी। आरोप है कि दहेज लोभी ससुराल पक्ष ने उसकी हत्या कर दी है। परिजनों के साथ प्रयास संस्था भी मौजूद रही। डीआईजी को सौंपे गये ज्ञापन में पल्लवी के पिता श्रीकांत प्रसाद श्रीवास्तव निवासी ग्राम महुवार, थाना तहबरपुर जिला आजमगढ़ ने बताया कि 11 मई 2018 को गौरव कुमार अस्थाना पुत्र शिवकुमार अस्थाना निवासी ग्राम बिजौली, थाना बरदह, आजमगढ़ के साथ उसके पुत्री की शादी हुई थी। शादी के महज दस दिन बाद ही ससुराल जनों द्वारा तबीयत खराब होेने का हवाला देकर पल्लवी को वाराणसी के एक निजी अस्पताल में उपचार हेतु लेकर चले गये। उसकी अस्पताल में गौरव की बहन बतौर नर्स कार्यरत है, अचानक ससुराल पक्ष के लोगों ने उसकी गुमशुदगी भेलूपुर थाने में 22 मई 2018 को दर्ज करा दिये है। तभी से पल्लवी का मोबाइल बंद है और उसका कोई पता नहीं चल रहा है। पीड़ित पक्ष द्वारा बरदह थाने में पति गौरव कुमार अस्थाना, श्वसुर शिवकुमार अस्थान, सास सविता अस्थाना व ननद आराधना अस्थाना पर अपहरण कर दहेज हत्या की आंशका का मुकदमा दर्ज कराया गया। पीड़ितों ने बीते 4 जून को एसपी को मामले से अवगत कराया था लेकिन अब तक सुराग न मिलने के कारण गुरूवार को डीआईजी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए पल्लवी की बरामदगी और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की गुहार लगायी। ज्ञापन सौंपने वालों में आशीष राय, सुनील श्रीवास्तव, अम्ब्रीश, लालमैन कन्नौजिया, प्रयास संस्था अध्यक्ष रणजीत सिंह, सचिव इंजी सुनील यादव आदि मौजूद रहे।
रिपोर्टर-:राकेश वर्मा सदर आजमगढ़