शहीद महानायक मंगल पांडे की 194 वीं जन्मजंयती पर परमार्थ निकेतन में रक्तदान कर दी भावभीनी श्रद्धाजंलि

*परमार्थ निकेतन में रक्त दान शिविर का आयोजन

*पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारम्भ

ऋषिकेश/उत्तराखंड- परमार्थ निकेतन आश्रम के शुकदेवानन्द चेरिटेबल अस्पताल में शहीद महानायक मंगल पांडे की 194 वीं जन्मजंयती के अवसर पर परमार्थ निकेतन, रोटरी क्लब, ऋषिकेश और सर्व टू चेंज लाईव्स के संयुक्त तत्वाधान में ‘‘रक्तदान, महादान, जीवनदान’’ शिविर का आयोजन किया गया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, एम्स के ब्लड बैंक प्रभारी दिनेश सेमवाल, प्रेसिडेंट रोटरी 2021-2022 डाॅ रवि कौशल आदि अन्य गणमान्य अतिथियों ने रोटरी क्लब दिवस के अवसर पर दीप प्रज्जवलित कर रक्तदान-महादान का संदेश दिया।
पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने महानायक मंगलपांडे जी के 194 वीं जन्म जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुये कहा कि मंगल पांडे ने 10 मई 1857 के दिन मेरठ में अंग्रेजों के खिलाफ पहली जंग का बिगुल बजाया था। भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में इस लड़ाई को पहले स्वतंत्रता संग्राम के नाम से जाना गया था । उन्होेंने देश की आजादी के लिये अपने खून का हर एक कतरा बलिदान किया हम रक्तदान करके ऐसे महानायक की निष्ठा और देशभक्ति को नमन एवं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करें।
पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि जीते जीते रक्तदान – जाते जाते नेत्र दान ही सबसे बड़ा दान है। कोविड -19 महामारी के दौर में रक्त दानदाताओं में भी कमी देखी गयी जिसका असर ब्लड बैंक में रक्त की उपलब्धता पर पड़ा जिसके कारण ‘थैलेसीमिया’ के रोगियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ताा है क्योंकि इस रोग से पीड़ित रोगियों को जीवित रहने के लिये बार-बार रक्त बदलने की आवश्यकता होती है इसलिये वर्तमान समय में ब्लड कैम्प और ‘व्यक्तिगत स्तर पर रक्त दाताओं’की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हैै।

पूज्य स्वामी जी ने कहा कि किसी को जीवन प्रदान करने के लिये निस्वार्थ भावना से किये गये रक्तदान से किसी की जिन्दगी बचायी जा सकती है। देश में व्यापक स्तर पर
रक्त दान हेतु जागरूकता फैलाने और जनांदोलन की जरूरत है। उन्होंने देश के युवाओं का आह्वान करते हुये कहा कि युवा स्वेच्छा से रक्त दान का संकल्प लें और रक्तदान के लिये आगे आये।

पूज्य स्वामी जी ने रोटरी क्लब, ऋषिकेश एवं अन्य संस्थाओं के सभी सदस्यों के प्रयासों की सराहना करते हुये कहा कि आईये मिलकर रक्तदान और नेत्रदान के लिये सभी को प्रेरित करें।
डाॅ रवि कौशल ने बताया कि रोटरी क्लब के मार्गदर्शन में कोविड के दौरान समर्पण भावना से सभी सदस्यों और पदाधिकारियों ने मिलकर प्रदेशवासियों की सेवा में अद्भुत योगदान दिया।

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